किसानों की अलग-अलग मांगों को लेकर समाजसेवी अन्ना हजारे आज से अनशन करने जा रहे है। वह दिल्ली के रामलीला ग्राउंड में अनशन करेंगे। वर्ष 2011 में भ्रष्टाचार की जांच के लिए लोकपाल के गठन की मांग को लेकर वह इसी मैदान में भूख हड़ताल पर बैठे थे। इस बार संभावित तौर पर वह नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधेंगे।
अन्ना हजारे आज सुबह पहले राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि स्थल पर जाएंगे। इसके बाद वह शहीदी पार्क तक जुलूस निकालेंगे और उसके बाद रामलीला मैदान जाएंगे। जहा वह सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठेंगे।
दरअसल अन्ना आंदोलन लंबे समय से किसान आंदोलन को लेकर देशभर में भ्रमण कर रहे थे। वह किसानों के न्यूनतम मूल्य, फिक्स आमदनी की वकालत की बात कर रहे हैं। इसे लेकर ही केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
अन्ना के साथ जुड़े लोगों का कहना है कि हजारों की संख्या में देशभर के अलग-अलग राज्यों से किसान इस आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। अन्ना इस आंदोलन में सिर्फ किसानों की लड़ाई लड़ेंगे।
अन्ना हजारे ने बीते 16 मार्च को कहा था कि उन्होंने 23 मार्च से दिल्ली की जेल में सत्याग्रह करने का एलान किया था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें अब तक इसकी अनुमति नहीं दी। हजारे ने कहा था कि उन्होंने चार महीने पहले ही इस बावत अनुमति मांगी थी। हजारे ने यहां एक प्रेस वार्ता में कहा था, "मैंने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को चार महीने में 16 पत्र लिखे हैं। लेकिन मुझे अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।"
मंच पर नहीं मिली राजनीतिक दलों को जगह अन्ना हजारे ने कहा कि यह आंदोलन राजनीतिक लोगों को दूर रखेगी। अगर कोई राजनीतिक दल इसमें शामिल भी होना चाहता है तो उसे भीड़ के साथ जगह मिलेगी। उसे मंच पर जगह नहीं दी जाएगी। अन्ना हजारे ने कहा है कि वह इस आंदोलन में शामिल होने वालों से शपथ पत्र ले रहे है की वह इस आंदोलन के बाद किसी राजनीति दल में नहीं जाएंगे।