Google I/O 2018 में लॉन्च किया एंड्रॉयड P बीटा वर्जन

गूगल की केलिफोर्निया में 8 से 10 मई के बीच चलने वाली वार्षिक कांफ्रेंस ‘Google I/O 2018’ शुरू हो गई है। इवेंट की शुरुआत में गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई कंपनी द्वारा किए गए अब तक के कामों को विस्तार से बता रहे हैं। इस दौरान गूगल ने आधिकारिक रूप से अपने ऐंड्रॉयड P मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की घोषणा की। ऐंड्रॉयड OS के नए वर्जन में गूगल के कोर स्ट्रेंथ AI और मशीन लर्निंग पर ध्यान दिया गया है। सर्ज इंजन गूगल इसमें अटैप्टिव बैटरी, अटैप्टिव ब्राइटनेस, ऐप ऐक्शंस, स्लाइसेज और भी बहुत कुछ लेकर आया है।

गूगल न्यूज का आज से नया रूप


पिचाई ने घोषणा की कि आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित गूगल का नया न्यूज ऐप बुधवार से एकसाथ 127 देशों में शुरू हो जाएगा। न्यूज को गूगल का कोर मिशन बताते हुए पिचाई ने कहा कि वह न्यूज को और बेहतर बनाने के लिए पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के साथ मिलकर काम करना चाहेंगे।

गूगल असिस्टेंट का नया वर्जन बुक करेगा आपकी मीटिंग भी

गूगल के वर्चुअल असिस्टेंट ऐप का नया वर्जन आपके लिए रेस्टोरेंट में सीट बुक करने से लेकर हेयर सैलून में टाइम तय करने समेत तमाम तरह की मीटिंग भी आपके प्रतिनिधि के तौर पर तय कर सकेगा। गूगल असिस्टेंट का ये नया वर्जन एकसाथ 80 देशों में लांच किया जा रहा है और इसमें 6 नए वॉयस फीचर जोड़े गए हैं और ये 30 भाषाओं में लांच होगा।

अब गूगल असिस्टेंट से बात करने के लिए हर बार Hey Googleनहीं बोलना होगा। इसमें नया फीचर आएगा। गूगल असिस्टेंट के साथ ही गूगल मैप भी नया आएगा। जिसमें FOR YOU का विकल्प जोड़ा गया है। स्मार्ट डिस्प्ले जुलाई से बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगा। साथ ही गूगल फोटोज में भी सजेस्टेड एक्शन का फीचर जोड़ा गया है।

छाया रहा निजता का भी मुद्दा

इस कांफ्रेंस में फेसबुक का हालिया डाटा लीक प्रकरण भी पहले दिन छाया रहा। पिचाई ने अपने उद्घाटन भाषण में कैंब्रिज एनालिटिका डाटा कांड से उभरी चुनौतियों के बीच अपने उपभोक्ताओं की निजता बनाए रखने पर केंद्रित किया। उन्होंने हर किसी को आश्वस्त करने की कोशिश की कि गूगल का डाटा प्रोग्राम बेहद सुरक्षित है और भविष्य में भी निजता के मामले में उस पर भरोसा बनाए रखा जा सकता है

ये रहे कांफ्रेंस की मुख्य घोषणाएं-

- गूगल ने एआई पर आधारित अपने नए ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड-पी के जल्द आने की घोषणा की

- एंड्रॉयड प्रयोग करने वालों की लोकेशन को उसके 100 मीटर नहीं 1 मीटर के दायरे तक शुद्धता से दिखाना

- मोबाइल के गूगल असिस्टेंट सॉफ्टवेयर में एआई पर आधारित नए अपडेट शामिल करने की घोषणा
- अमेरिका में साल के अंत तक गूगल की वेएमो एप्लिकेशन के जरिए सेल्फ ड्राइविंग कार कर सकेंगे बुक

सिस्टम नेविगेशन हुआ नया

यूजर्स का एंड्रायड को इस्तेमाल करने का बेहतर अनुभव। एंड्रॉयड के नए ओएस में सिम्पलिसिटी को दी गई तवज्जो। फोन के डैशबोर्ड पर आपको पता चलेगा की आप अपना समय कहां बिता रहे हैं। इससे आपको अपना समय बैलेंस करने में आसानी होगी। एंड्रॉयड P में इस डैशबोर्ड के जरिए आप मोबाईल और डेस्कटॉप पर कितना समय बिता रहे हैं यह भी देख पाएंगे।

इस ओएस के जरिए आप एप्स को इस्तेमाल करने की समय सीमा भी तय कर पाएंगे। डु नॉट डिस्टर्ब मोड में Shush फीचर जोड़ा गया। इससे नोटिफिकेशन के साउंड के साथ विजउल भी नहीं आएंगे। डु नॉट डिस्टर्ब में महत्व्पूर्ण कॉन्टेक्ट्स की लिस्ट बना पाएंगे। टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल करते हुए गूगल लाया Wind Down मोड लाया। इससे आपके सोने के समय पर स्क्रीन का कलर ग्रे हो जाएगा। इससे टेक्नोलॉजी आपकी लाइफ को बेहतर बनाने में मदद करेगी।

गूगल मैप्स हुआ बेहतर

गूगल मैप्स अब आपका आना-जाना ही आसान नहीं करेगा। इसमें अब आपके आस-पास की जगहों की भी जानकारी मिलेगी। योर मैच फीचर किया गया पेश। यह आपकी पसंद के अनुसार मैच दिखाएगा। यह फीचर मशीन लर्निंग पर काम करेगा। अपने पसंद की जगहों को शॉर्टलिस्ट कर के अपने दोस्तों के साथ कर पाएंगे शेयर। रियल-टाइम वोटिंग कर के कर पाएंगे जगह का चुनाव। यह फीचर होगा इसी साल उपलब्ध।

कैमरा में देख पाएंगे मैप्स के फीचर

कैमरा ओपन कर के देख पाएंगे आस-पास की जगहों और रास्तों के बारे में। कंपनी विजउल पोजिशनिंग सिस्टम पेश किया। उदहारण के तौर पर- जिस तरह हम कसी जगह या रस्ते को याद करने के लिए आस-पास की किसी लोकेशन या बैनर या दूकान आदि को याद रखते हैं। उसी तरह गूगल भी इस सिस्टम की अदद से विजुअल चीजों को याद करेगा।