पंजाब स्थित अमृतसर में हुए हादसे के बाद एक पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है। यह पोस्टर दशहरा आयोजन स्थल पर लगा था जिसमें पंजाबी में लिखे शब्दों का मतलब है- ' अच्छाई पर बुराई की जीत'। इस हादसे के बाद यह पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है। इस पोस्टर पर पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू की तस्वीर लगी हुई है।
अमृतसर के जौड़ा फाटक में ये हादसा उस समय हुआ, जब ट्रैक के पास रावण का पुतला जलाया जा रहा था। हावड़ा मेल और एक डीएमयू ट्रेन के एकाएक आने से ये हादसा हुआ। इस हादसे में तक़रीबन 70 लोगों के मारे जाने की खबर है। कहा जा रहा है कि लोग ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे। उसी समय ट्रेन आ गई। लोग ट्रेन से बचने के लिए दूसरी तरफ गए, लेकिन उसी दौरान दूसरी ट्रैक पर भी ट्रेन आ गई।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इस यह हादसा प्रशासन और दशहरा समिति के गलतियों का नतीजा है। जब ट्रेन आ रही थी, तब ट्रेन को हॉर्न बजाना चाहिए था। लोगों को अलार्म के जरिए ट्रेन के बारे बताया जाना चाहिए था। इससे लोग बच सकते थे। लोगों ने बताया कि प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए था कि ट्रेन यहां पर धीमी हो जाए। कहा जा रहा है कि रावण दहन के कारण ट्रैक पूरी तरह से लोगों से भरा हुआ था। इसी दौरान ट्रेन आ गई। ट्रैन के चपेट में आने से मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। अमृतसर के पास जौड़ा बाजार में हुए हादसे के बाद लोग डर गए हैं। मौके पर रेलवे के आलाअधिकारी पहुंच चुके हैं। घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है। घायलों को एंबुलेस के जरिए घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन पठानकोट से अमृतसर जा रही थी।
इस घटना के बाद से ही मौके पर चीख पुकार मच गई, बदहवास लोग अपने करीबियों को तलाशने लगे। क्षत-विक्षत शव घटना के घंटों बाद भी घटनास्थल पर ही पड़े थे क्योंकि नाराज लोग प्रशासन को शव हटाने नहीं दे रहे थे। कई शवों की पहचान भी नहीं हो सकी। जमीन पर क्षत-विक्षत शव पड़े हुए थे। इस घटना के बाद देश भर में शोक की लहर फैल गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है।