जालंधर। खडूर साहिब के सांसद और जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक नेता अमृतपाल सिंह के बड़े भाई को गुरुवार शाम को फिल्लौर में 5 ग्राम ICE (मेथैम्फेटामाइन) ड्रग के साथ गिरफ्तार किया गया। जालंधर ग्रामीण पुलिस ने हरप्रीत सिंह को एक अन्य व्यक्ति के साथ गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान लवप्रीत सिंह उर्फ लव के रूप में हुई, जब वे लुधियाना जा रहे थे।
पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि हरप्रीत सिंह की उम्र 30-35 वर्ष के बीच है और वह ट्रांसपोर्ट में कुछ डिस्पैचिंग का काम करता था। पुलिस ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है।
गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा, यह हमारे परिवार, सहयोगियों और अमृतपाल सिंह के समर्थकों के खिलाफ एक साजिश है। हमें पहले ही आशंका थी कि सरकार हमें बदनाम करने के लिए यह साजिश रच सकती है। सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए ऐसा कर रही है। इसका उद्देश्य युवाओं को बचाने के अमृतपाल सिंह के मिशन को पटरी से उतारना और बंदी सिंहों की रिहाई में बाधा उत्पन्न करना है।
उन्होंने कहा, आज मोगा जिले के बाघापुराना में बंदी सिंह की रिहाई की मांग को लेकर मार्च निकाला जाना था। हरप्रीत सिंह को इस मार्च में हिस्सा लेना था। हालांकि, सरकार को ये गतिविधियां पसंद नहीं हैं। इसलिए साजिश रची गई है।
उन्होंने कहा, यह कोई नई बात नहीं है। सरकारें पहले भी इस तरह के झूठे मामले दर्ज करने में लगी हुई हैं। वे पहले भी फर्जी मुठभेड़ों में सिखों की हत्या कर चुके हैं।
अमृतपाल सिंह वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत अपराधों के लिए असम के डिब्रूगढ़ जिले की जेल में बंद हैं। लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण के लिए उन्हें पिछले शुक्रवार को विशेष विमान से नई दिल्ली लाया गया था।
अमृतपाल सिंह ने 2024 का लोकसभा चुनाव खडूर साहिब सीट से निर्दलीय के तौर पर लड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को करीब दो लाख वोटों से हराया।
खालिस्तान समर्थक नेता 'वारिस पंजाब दे' संगठन का प्रमुख है और उसने खुद को मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले के नाम पर रखा है। खालिस्तान समर्थक को सांसद के तौर पर शपथ लेने के लिए अस्थायी रिहाई के दौरान दिल्ली में अपने परिवार से मिलने की अनुमति दी गई थी।
अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर ने कहा कि उनका बेटा खालिस्तानी समर्थक नहीं है और उन्होंने मांग की कि उसे तुरंत रिहा किया जाए ताकि वह उन मुद्दों पर काम कर सके जिन पर उसने चुनाव लड़ा था। अमृतसर में पत्रकारों से बात करते हुए कौर ने भगवान का शुक्रिया अदा किया और कहा कि उनके शपथ ग्रहण के बाद 'संगत' (समुदाय) खुश है और जश्न मना रहा है।
कौर ने अपने आवास पर कहा, हम मांग करते हैं कि उसे तुरंत रिहा किया जाए ताकि वह समर्थकों का शुक्रिया अदा कर सके और उन मुद्दों पर काम कर सके जिनके आधार पर चुनाव जीते गए।
उन्होंने कहा कि उनके बेटे के समर्थक लगातार पूछते रहते हैं कि वह जेल से कब बाहर आएगा। उन्होंने कहा, हम सरकार से आग्रह करते हैं कि उसे तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
अमृतपाल सिंह को मोगा के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया था, जब पिछले वर्ष 23 फरवरी को वह और उसके समर्थक बैरिकेड्स तोड़ते हुए, तलवारें और बंदूकें लहराते हुए अजनाला पुलिस थाने में घुस गए थे और अपने एक सहयोगी को हिरासत से छुड़ाने के प्रयास में पुलिसकर्मियों से भिड़ गए थे।