अश्वेत की मौत का मामला, व्हाइट हाउस के बाहर पहुंचे प्रदर्शनकारी, ट्रंप को जाना पड़ा अंडरग्राउंड बंकर में

अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में दो दर्जन से अधिक शहरों में कई दिनों से प्रदर्शन हो रहे हैं। राजधानी वॉशिंगटन डीसी समेत 40 शहरों में कर्फ्यू लगाया जा चुका है। रविवार रात को भी प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस के सामने काफी प्रदर्शन किया, लिहाजा सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को कुछ देर के लिए अंडरग्राउंड बंकर में ले जाना पड़ा। न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर सैकड़ों लोग प्रदर्शन करने लगे तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक बंकर में जाना पड़ा। हालांकि, अधिकारियों ने बाद में बताया कि उनकी सुरक्षा को खतरा नहीं था। Guardian की रिपोर्ट में लिखा गया है कि ट्रंप को 'भागकर' बंकर में शरण लेनी पड़ी, वहीं सोशल मीडिया पर कई एक्विविस्ट ने भी ट्रंप के बंकर में 'भागने' और 'छिपने' की बात कही है। न्यूज चैनल सीएनएन के मुताबिक, वॉशिंगटन समेत 15 शहरों में करीब 5000 नेशनल गार्ड्स की तैनाती की गई है। जरूरत पड़ने के लिहाज से 2000 गार्ड्स को मुस्तैद रहने को कहा गया है।

न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक व्यक्ति के हवाले से रिपोर्ट छापी। इसके मुताबिक, शुक्रवार को व्हाइट हाउस पर सैकड़ों की तादाद में प्रदर्शनकारी जुटे। सुरक्षा के लिहाज से ट्रम्प को एक घंटे से कम वक्त के लिए एक अंडरग्राउंड बंकर में ले जाया गया। प्रदर्शनकारियों के पीछे हटाने में सीक्रेट सर्विस और यूनाइटेड स्टेट्स पार्क पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

अखबार के मुताबिक, ट्रम्प की टीम व्हाइट हाउस के बाहर इतनी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के जुटने से हैरान थे। हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया कि मेलानिया और बैरन ट्रम्प को बंकर में ले जाया गया या नहीं।

बता दे, अश्वेत नागरिक की मौत का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी कई शहरों में हिंसक हो गए हैं। बीते दिनों में उन्होंने कई जगहों पर इमारतों में आग लगा दी और दुकानों को लूट लिया। व्हाइट हाउस के बाहर भी कई प्रदर्शनकारी पत्थर फेंकने लगे थे।

बता दे, व्हाइट हाउस में इमरजेंसी के वक्त के लिए खास सुरक्षा के लिए बंकर का निर्माण किया गया है, जैसे कि कोई आतंकी घटना। हालांकि, अब प्रदर्शन की वजह से ट्रंप के बंकर में जाने को विरोधी हथियार के तौर पर भी इस्तेमाल करने लगे हैं।

मिनेपोलिस में 26 मई को फ्लॉयड को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इससे पहले एक पुलिस अफसर ने फ्लॉयड को सड़क पर दबोचा था और अपने घुटने से उसकी गर्दन को करीब 8 मिनट तक दबाए रखा था। फ्लॉयड के हाथों में हथकड़ी थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इसमें 46 साल का जॉर्ज लगातार पुलिस अफसर से घुटना हटाने की गुहार लगाता रहा।

उसने कहा, 'आपका घुटना मेरे गर्दन पर है। मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं... ।' धीरे-धीरे उसकी हरकत बंद हो जाती है। इसके बाद अफसर कहते हैं, 'उठो और कार में बैठो', तब भी उसकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आती। इस दौरान आस-पास काफी भीड़ जमा हुई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।