बिग बाज़ार खरीदने की तैयारी में Amazon!

भारत में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए विश्व की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न (Amazon) लगातार कदम उठा रही है। खबरों के मुताबिक Amazon देश की प्रमुख रिटेल कंपनी बिग बाजार (Big Bazaar) में हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। इस हिस्सेदारी के बाद अमेजन को देश के रिटेल सेक्टर में भी घुसने का मौका मिल जाएगा। माना जा रहा है कि रिटेल किंग किशोर बियानी फ्यूचर ग्रुप से बाहर हो सकते हैं। आपको बता दें कि अमेजन ने लगभग दो महीने पहले आदित्य बिड़ला रिटेल से मोर सुपरमार्केट्स में हिस्सेदारी खरीदी थी। हालांकि, अभी तक दोनों में से किसी भी कंपनी ने इसको लेकर बयान जारी नहीं किया है। किशोर बियानी के स्वामित्व वाले फ्यूचर ग्रुप के पूरे देश में 1100 स्टोर्स हैं। अमेजन 9.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 2500 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इस डील की घोषणा अब दिसंबर में होगी। इससे पहले यह घोषणा 14 नवंबर को होने वाली थी।

अमजेन की बिग प्लानिंग - अमेजन ने भारत में लगभग 5 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट करने की योजना बनाई है। इसे फूड सेक्टर में लगभग 50 करोड़ डॉलर का इन्वेस्टमेंट करने के लिए सरकार से स्वीकृति भी मिली है। यह अमेजन पैंट्री और एमेजॉन नाउ जैसे बिजनेस को भी बढ़ा रही है। देश में रिटेल सेक्टर की सेल्स का 95 पर्सेंट से अधिक अभी भी फिजिकल स्टोर्स से मिलता है।

अंग्रेजी के बिज़नेस न्यूजपेपर इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, किशोर बियानी की अमेज़न के साथ बड़े सौदे पर बातचीत जारी है। डील के मुताबिक अमेजन अपनी वेबसाइट पर बिग बाजार के सभी उत्पाद बेचेगी। अमेजन हाल ही में शॉपर्स स्टॉप, मोर सुपरमार्केट मे हिस्सेदारी खरीद चुकी है। इसके अलावा वो स्पेंसर्स में भी हिस्सेदारी खरीदने पर बात कर रही है।

- अमेज़न धीरे-धीरे फ्यूचर ग्रुप को खरीदेगा।
- अमेजन 8-10 साल में फ्यूचर रिटेल में बियानी का पूरा हिस्सा लेगा।
- अमेजन पहले चरण में एफपीआई रूट से फ्यूचर रिटेल में 95 फीसदी हिस्सा लेगी।
- फ्यूचर रिटेल में प्रोमोटर होल्डिंग 4651 फीसदी है जिसमें 403 फीसदी हिस्सा गिरवी है।

जेफ बेजोस से की थी मुलाकात- फ्यूचर ग्रुप के मालिक, किशोर बियानी ने साल की शुरुआत में अमेजन के मालिक जेफ बेजॉस से अमेरिका में मुलाकात की थी। अमेजन को भी भारत सरकार की तरफ से ग्रोसरी और फूड स्टोर खोलने की इजाजत पहले से ही मिल चुकी है। दोनों कंपनियों के मालिकों ने पार्टनरशिप और स्टेक सेल के मुद्दों पर बात की थी।

अमेजन इस निवेश के जरिए अपने मुनाफे को बढ़ाना चाहती है। इसके साथ ही वो अपने ग्रोसरी बिजनेस को भी बढ़ाना चाहती है, जिसके लिए अभी विदेशी कंपनियां सीधे तौर पर फूड रिटेल बिजनेस में निवेश नहीं कर सकती हैं। कंपनी को अपना ग्रोसरी बिजनेस बढ़ाने के लिए केवल भारत में तैयार खाद्य उत्पादों को बेचने की अनुमति होगी।

वॉलमार्ट ने किया था फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण - अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने हाल में फ्लिपकार्ट में हिस्सा खरीदा था। फ्लिपकार्ट के प्रमोटर-संस्थापक बिन्नी बंसल और सचिन बंसल ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को बेच दिया था।