लखनऊ को दहलाने की थी साजिश, आतंकियों के निशाने पर था अमीनाबाद बाजार और हनुमान सेतु मंदिर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) से पकड़े गए अल कायदा के आतंकी ( Al Qaeda Terrorist) मिनहाज और मुशीर से शुरुआती पूछताछ बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस (ATS) सूत्रों के मुताबिक दोनों ने कबूल किया है कि लखनऊ में बकरीद (ईद उल जुहा) के मौके पर आत्मघाती हमला करने की फिराक में थे। दोनों ने कहा कि बीते दिनों अपनी बुलेट मोटरसाइकिल से पूरा शहर घूमा था और भीड़भाड़ वाले इलाकों की एक लिस्ट तैयार की थी। इनके निशाने पर लखनऊ के कई बड़े बाज़ार थे, यहां ये आत्मघाती हमला करने की फिराक में थे। लखनऊ की किसी भीड़भाड़ वाली जगह को निशाना बनाने का आदेश अलकायदा के तौहीद और मूसा से मिला था। यह दोनों बुधवार तक लखनऊ पहुंचने वाले थे और इसी शुक्रवार को धमाकों की तारीख और समय तय करने वाले थे। इस मीटिंग में धमाके के लिए मंगलवार का दिन चुना जाना था क्योंकि इसी दिन बाजारों में सबसे ज्यादा भीड़ होती है। इन्हीं के निर्देश पर मिन्हाज़ और मुशीर ने प्रेशर कुकर बम तैयार कर लिया था। यह तय हो गया था कि ई-रिक्शा चलाने वाला मुशीर किसी ई-रिक्शा में प्रेशर कुकर बम रखकर उसे भीड़भाड़ वाली जगह में खड़ा कर ब्लास्ट करेगा। इसके लिए मिन्हाज़ और मुशीर ने अपने आसपास के इलाकों में रेकी कर अमीनाबाद बाजार और हनुमान सेतु मंदिर को चुना था। ATS सूत्रों के मुताबिक इस धमाके में सैकड़ों लोगों को मारने की योजना थी।

ई-रिक्शा के जरिए रखा जाना था बम

एटीएस की पड़ताल में सामने आया है कि बम रखने के लिए ई रिक्शा का प्रयोग किया जाना था। मिनहाज ने ई-रिक्शा का इंतजाम करने का जिम्मा मुशीर को दिया थ। कुकर बम रखकर ई-रिक्शा को भीड़भाड़ इलाके वाली पार्किंग में खड़ा किया जाना था। ये धमाका 50 मीटर के दायरे में भारी नुकसान पहुंचा सकता था।

एटीएस ने अलकायदा के दोनों संदिग्ध आतंकियों और असलाह सप्लायर का आमना सामना कराया है दोनों से मिली जानकारी की तस्दीक कराई जा रही है। इन दोनो ने इस असलाह सप्लायर से देशी पिस्टल और 3 चाकू खरीदे थे। जिसका एक मुश्त भुगतान भी किया गया था। कुछ कारतूस और असलाह अगले खेप में लेने वाले थे, जबकि शकील ने ही इन दोनों की सप्लायर से मुलाकात कराई थी।

सप्लायर की तलाश में ATS

एटीएस इस असलाह सप्लायर का भी पता लगा रही है और अगर उसके दोनों आतंकियों से कनेक्शन की जानकारी मिलती है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अगर सप्लायर को दोनों आतंकियों के एजेंडे की जानकारी नही हुई तो उसे आर्म्स एक्ट की धाराओं में गिरफ्तार किया जाएगा। एटीएस इस मामले में कई जिलों में छानबीन कर रही है इसमें कुछ अहम जानकारियां मिली है चीन का सत्यापन कराया जा रहा है।

दोनों को रविवार को किया गया था गिरफ्तार


बता दे, रविवार कई घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद आतंकी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ़ मुशीर को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार हुए संदिग्ध आतंकी में से अहमद लखनऊ के दुबग्गा इलाके का रहने वाला है तो वहीं मसीरुद्दीन मदियाऊं इलाके का है। ये दोनों अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद नाम के संगठन से जुड़े हैं।