सीबीआई CBI अधिकारियों को छुट्टी पर भेजने के खिलाफ जहा पूरे देश में कांग्रेस गिरफ़्तारी दे रही है वही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि किसी भी सरकार को इंस्टीट्यूशन के साथ खिलवाड़ नही करना चाहिए। हमें भी डराया गया था। जब से 'CBI Vs CBI' में झगड़ा हुआ हम तो खुश होकर दो रोटी ज़्यादा खा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि देश की एक-एक संस्थाओं पर सवाल खड़ा हो रहा है, कौन किसको बचा रहा है ये सुप्रीम कोर्ट तय करेगा लेकिन सीबीआई से लोगों को डराने का काम किया जा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि राफेल डील पर बीजेपी को सभी तथ्य बताने चाहिए और इस पर जेपीसी का भी गठन हो। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग झूठ बोलने के अलावा कोई काम नहीं करते हैं। इलाहाबाद में अर्द्धकुंभ कुम्भ बना दिया। अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री कहते हैं कि हनुमान चालीसा पढ़ो तो बन्दर भाग जाएंगे। लेकिन हनुमान चालीसा पढ़ने से तो बन्दर भागेंगे नहीं, बंदर पास आ जाएंगे।
गौरतलब है कि सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के बीच जंग जब सार्वजनिक हो गया और आरोप-प्रत्यारोप खुलकर सामने आ गये, तब आनन-फानन में केंद्र सरकार ने दोनों सीबीआई की टॉफ अफसरों को छुट्टी पर भेज दिया और एम नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक नियुक्त कर दिया। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के निदेशक आलोक कुमार वर्मा के अधिकार वापस लेकर उन्हें छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ उनकी याचिका पर ही आज सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने CVC जांच के लिए 2 हफ्ते का समय दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि अंतरिम सीबीआई डायरेक्टर कोई नीतिकगत फैसला नहीं लेंगे। वह सिर्फ रूटिन काम ही करेंगे।
सुनवाई के दौरान सीबीअाई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना भी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। इससे पहले गुरुवार को सीबीआई ने इस मामले में सफाई दी। कहा- आलोक वर्मा अभी भी सीबीआई डायरेक्टर और राकेश अस्थाना स्पेशल डायरेक्टर हैं। इन अफसरों को हटाया नहीं गया है। इन्हें सिर्फ जांच से अलग करके छुट्टी पर भेजा गया है।