देशभर की 100 स्मार्ट सिटी के टॉप-10 में रहा अजमेर, 15वें स्थान से छलांग लगाते हुए पहुंचा 8वें पर

शहरी विकास मंत्रालय की ओर से देशभर की स्मार्ट सिटी की रैंकिंग जारी की जाती हैं जिसमें अजमेर का बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला जिसने 100 स्मार्ट सिटी के टॉप-10 में जगह बनाई हैं। अजमेर 15वें स्थान से छलांग लगाते हुए 8वें पर पहुंचा हैं। अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड सितंबर 2016 से लेकर अब तक रैंकिंग में अपने उच्चतम शिखर पर है। अजमेर स्मार्ट सिटी के तहत 1033.88 करोड़ के 108 काम स्वीकृत हुए थे और 960.66 करोड़ के कार्यादेश जारी कर दिए गए। स्मार्ट सिटी के तहत पहले चरण में देश के 22 शहरों का चयन हुआ था। एक साल बाद दूसरे चरण सितंबर 2016 में अजमेर का चयन हुआ। चयन के समय अजमेर की रैंकिंग 55 वीं थी। इसके बाद रैकिंग में लगातार सुधार होता रहा।

शहरी विकास मंत्रालय भारत सरकार ने रैकिंग के मापदण्डों में इस बार बदलाव किया। 100 अंकों के साथ-साथ इस बार 40 अंकों के रिवार्ड्स (प्लस-माइनस) के साथ जोड़ा गया है। इन 40 अंकों में प्रोजेक्ट्स के वर्क ऑर्डर जारी करने के साथ तीन माह के औसतन खर्चे को शामिल किया गया है। इस रिवार्ड में अजमेर स्मार्ट सिटी को 30 अंक मिले हैं। समय पर प्रोजेक्ट्स की निविदाएं जारी करना, समय पर प्रोजेक्ट्स को पूरा करना एवं केंद्र-राज्य के अतिरिक्त निकायों से जारी राशि का तय समय सीमा में उपयोग करना, रैकिंग में सुधार के प्रमुख कारण रहे हैं।

इस स्थान पर पहुंचने के लिए मुख्य योगदान अजमेर की दोनों स्थानीय निकायों को है। नगर निगम और अजमेर विकास प्राधिकरण ने अजमेर स्मार्ट सिटी को अपने अंशदान राशि के तहत 130 करोड़ रुपए दे दिए हैं। जिसमें अजमेर विकास प्राधीकरण ने 80 करोड़ व नगर निगम के 50 करोड़ रुपए शामिल हैं।