टीके पर लोगों का भ्रम दूर करने के लिए AIIMS डायरेक्टर ने खुद लगवाई कोरोना वैक्सीन

भारत में शनिवार को कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हो गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह 11:05 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत की। इससे पहले 35 मिनट के भाषण में उन्होंने कहा कि वैक्सीन बहुत ही कम समय में आ गई है। पहले चरण में 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। दुनिया के 100 देशों की तो इतनी आबादी भी नहीं है।

दिल्ली के एम्स में कोरोना वायरस का पहला टीका लगाया गया। कोरोना वैक्सीन को लेकर सभी आशंकाओं, अफवाहों और भ्रम को दूर करने के लिए दिल्ली स्थित एम्स के डॉयरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने आज खुद कोरोना वैक्सीन की डोज ली। डॉक्टर गुलेरिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में वैक्सीन लगवाई। डॉ गुलेरिया देश के टॉप चिकित्सा विशेषज्ञ हैं। डॉ गुलेरिया ने वैक्सीन लगवाकर इससे जुड़ी सभी तरह की आशंकाओं को निराधार साबित कर दिया है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में उठ रही आशंकाओं को दूर करने के लिए एम्स के डॉयरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने वैक्सीन लेने का फैसला किया था। डॉ गुलेरिया ने कोरोना वैक्सीन को लेकर उठ रहे सवालों के बीच उन सवालों को जवाए दिए हैं, जिसको लेकर लोगों के मन में भ्रम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वैक्सीन को लेकर उठ रहे सवालों के बीच उनका जवाब देने के लिए तीन वीडियो जारी किए।

डॉ गुलेरिया ने कहा है कि शुरुआत में सभी लोगों को कोविड वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। उन्होंने कहा है कि सरकार ने रिस्क फैक्टर के हिसाब से टीकाकरण की प्राथमिकताएं तय की हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जाएंगे।