आगरा बस हादसा: हेल्पलाइन नंबर जारी, 29 में से 17 मृतकों की हुई शिनाख्त

आगरा के थाना एताम्दपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत 52 यात्रियों को ले जा रही एक जनरथ बस एक्सप्रेसवे की रेलिंग तोड़ते हुए 50 फीट गहरे नाले में जा गिरी। यमुना एक्सप्रेसवे पर सोमवार सुबह के साढ़े चार बजे एक भीषण सड़क हादसा हुआ। बस हादसे में मारे गए 29 लोगों में से एक डेढ़ साल की बच्ची और 15 साल की लड़की शामिल है। बाकी सभी पुरुष हैं। हादसे के बाद लखनऊ मुख्यालय पर बनाए गए कंट्रोल रूम से लोगों को हादसे की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। हेल्पलाइन नंबर 9415049606, 188102877, 9412781886 पर हादसे से जुड़ी जानकारी मुहैया कराई जा रही है। इस बीच 17 मृतकों की शिनाख्त हो गई है, जबकि कुछ लोगों की शिनाख्त होनी है। जिला प्रशासन ने 17 घायलों की सूची भी जारी की है।

इनकी हुई शिनाख्त

मरने वालों में सिद्धार्थ दुबे पुत्र रजनेश निवासी जगन्नाथपुर तिवारीगंज, चिनहट, लखनऊ, सत्य प्रकाश शर्मा पुत्र स्व मेवाराम शर्मा निवासी चिरंजीव विहार गाजियाबाद, धीरज पांडेय पुत्र प्रेम प्रकाश निवासी गोमतीनगर लखनऊ, अवनेश अवस्थी पुत्र अंशुमान निवासी तालकटोरा लखनऊ, सत्यप्रकाश तिवारी पुत्र उमेश चंद्र गोंडा, आदित्य कश्यप पुत्र मनीष गुप्ता गोरखपुर, प्रेमचंद्र पुत्र रामकुमार कुरुक्षेत्र हरियाणा, विजय बहादुर सिंह पुत्र सुरेंद्र बहादुर रायबरेली, हुजूर आलम पुत्र मंसूर अली नार्थ वेस्ट दिल्ली, प्रयागू मिश्रा, दीपक सिंह पुत्र महावीर प्रसाद निवासी राजाजीपुरम लखनऊ, धीरेंद्र प्रताप सिंह पुत्र पारसनाथ सिंह निवासी पुणे, अंकुर श्रीवास्तव पुत्र सुर्चवंश लाल निवासी गांधीनगर बस्ती, आकाश श्रीवास्तव पुत्र सतीश चंद्र इंदिरानगर लखनऊ, इफ्तखाब अहमद पुत्र आफताब अहमद इंदिरानगर लखनऊ, अमित कुमार पुत्र रामेश्वर गोरखपुर, दीपक कुमार पांडेय पुत्र सीताराम पांडेय भोजपुर बिहार के रहने वाले हैं। अभी तक 12 मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।

घायलों की सूची

प्रकाश (19 वर्ष आजमगढ़), दिलीप (35 वर्ष, लखनऊ), सुनीता (35 साल, रायबरेली), अशोक कुमार (34 साल, हापुड़), सोनी (39 साल, मिर्जापुर), साहब (28 साल, कानपुर), ऋषि यादव (20 साल, बाराबंकी), प्रवेश कुमार (31 साल, आजमगढ़, संजीत कुमार (44 साल, सुलतानपुर), मनीष कुमार (33 साल, बाराबंकी), मंजू शर्मा (57 साल, गाजियाबाद), गौरव (31साल, लखनऊ), जुनैद आलम (27 साल, मुरादाबाद), प्रतीक अर्पित (24 साल, प्रयागराज), मोहम्मद अदीब (33 साल, लखनऊ) और प्रियांशी (23 साल, लखनऊ)।

क्या कहा बस कंडक्टर ने?

वही बस के कंडक्टर असनीस मिश्रा का हादसे को लेकर कहना है कि ये तो सही-सही याद नहीं कि बस की वास्तविक रफ्तार कितनी थी, लेकिन उन्हें इतना जरूर पता है कि बस एक तेज झटके के साथ पुल की रेलिंग पर चढ़ गई। कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही तेज रफ्तार बस करीब 60 मीटर रेलिंग पर चल पड़ी। बस में एक और तेज झटका लगा कुछ सेंकेंड के लिए बस रेंलिंग से उतरी और वापस चढ़ गई। बस ड्राइवर कुछ नहीं कर पाया।और बस रेलिंग तोड़ती हुई 40 फीट नीचे नाले में गिर गई। बस कंडक्टर असनीस मिश्रा के मुताबिक तीन से चार मिनट के भीतर सब कुछ बदल गया और हमारे वश में कुछ नहीं रहा। हादसा कितना भयंकर था इसका अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि बस नाले में गिरने से पहले ही उसे पहिए उखड़कर अलग हो चुके थे। बस कंडक्टर असनीस मिश्रा ने बताया कि घटना से करीब दो-तीन घंटे पहले ही बस कन्नौज में रुकी थी। उस वक्त ड्राइवर बिल्कुल ठीक था, लेकिन घटना से ठीक पहले ड्राइवर को एक झप्पी आई थी। बस वही काल बन गई।