'अग्निपथ' योजना पर बिहार में बवाल, सेना बहाली की नई भर्ती स्कीम के खिलाफ सड़क पर उतरे छात्र

सेना में भर्ती के लिए मोदी सरकार की अग्‍न‍िपथ योजना के विरोध में बिहार के बक्सर में युवाओं ने ट्रेन पर पथराव किया है। वहीं, मुजफ्फरपुर में भी सड़कों पर हंगामे की सूचना मिली है। कई जगहों पर चक्काजाम की भी खबर हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अग्‍न‍िवीरों के लिए अग्‍न‍िपथ योजना की घोषणा करने के अगले ही दिन यानी बुधवार को जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गया है। अभ्यर्थियों ने बक्सर में रेलवे ट्रैक जाम किया तो मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर में टायर जलाकर सड़क जाम कर दी। इसके अलावा आरा में भी जमकर हंगामा किया। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस और GRP ने अभ्यर्थियों को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन वे फिलहाल अपनी मांगों पर अड़े हैं। जानकारी के मुताबिक, सुबह करीब 9 बजे बड़ी संख्या में युवक बक्सर रेलवे स्टेशन पहुंचे और ट्रैक पर हंगामा करने लगे। यहां उन्होंने जमकर नारेबाजी की और ट्रैक पर ही बैठ गए। हंगामे के कारण जन शताब्दी एक्सप्रेस करीब एक घंटे तक खड़ी रही।

इस दौरान कुछ युवकों ने पटना जा रही पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव भी किया। फिलहाल आरपीएफ रेलवे ट्रैक खाली करा रही है। जीआरपी ने भी मौके पर मोर्चा संभाल लिया है। नाराज छात्रों का कहना था कि केंद्र सरकार की ये योजना गलत हैं इसमें चार साल में रिटायर कर दिया जाएगा, आगे फिर हम क्या करेंगे?

नई योजना पर क्या सवाल उठ रहे हैं?

बता दें, केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। इस स्कीम के तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। माना जा रहा है कि सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है। चार साल पूरे होने के बाद भले ही 25% अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती कर लिया जाएगा लेकिन सवाल यह हो रहा है कि दसवीं या बारहवीं पास करके अग्निवीर बने 75% युवाओं के पास 4 साल बाद क्या विकल्प होगा? भले ही सरकार उन्हें करीब 12 लाख रुपये सेवा निधि देगी लेकिन उन्हें दूसरी नौकरी दिलवाने के लिए सरकार के पास क्या स्कीम है?

अग्निपथ योजना में क्या है?

- हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा।
- साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के युवाओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा।
- ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी।
- चयनित युवाओं को चार साल के लिए सेना में सेवा देने का मौका मिलेगा।
- इन चार वर्षों में अग्निवीरों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी।
- अग्निवीरों को 30 हजार से 40 हजार महीना सैलरी और अन्य फायदे दिए जाएंगे।
- इन दौरान अग्निवीर तीनों सेनाओं के स्थायी सैनिकों की तरह अवॉर्ड, मेडल और इंश्योरेंस कवर पाएंगे।
- चार साल पूरे होने के बाद 25% को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा।
- चार साल बाद जो अग्निवीर बाहर होंगे उन्हें सेवा निधि पैकेज के तहत करीब 12 लाख रुपये एकमुश्त मिलेंगे।