
मेरठ। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने देश में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया है। इसका प्रभाव उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़ोन में साफ तौर पर देखने को मिला, जहां 150 से अधिक पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें उनके देश वापस भेजा गया है।
मेरठ ज़ोन के एडीजी भानु भास्कर ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई पूरी तरह से सुरक्षा के दृष्टिकोण से की गई है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से शॉर्ट टर्म वीज़ा पर भारत आए नागरिकों की गहन जांच की गई और उनकी पहचान सुनिश्चित कर उन्हें उसी माध्यम से वापिस भेजा गया, जिससे वे भारत में दाखिल हुए थे।
मेरठ, सहारनपुर, हापुड़ सहित ज़ोन के सात जिलों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई। इनमें मेरठ में रहने वाली एक महिला समेत चार लोग शामिल हैं, जिन्हें नियमानुसार वापस भेजा गया है। प्रशासन की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस तरह की कार्रवाई में वीज़ा, पासपोर्ट और प्रवास से संबंधित सभी दस्तावेजों की सघन जांच की जा रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति नियमों का उल्लंघन न कर सके।
एडीजी भानु भास्कर ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को कायरतापूर्ण और निंदनीय करार देते हुए कहा कि इस हमले के बाद भारत सरकार और राज्य प्रशासन ने मिलकर गंभीर कदम उठाए हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि सुरक्षा एजेंसियों की नजर लगातार बनी हुई है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अन्य ज़िलों में भी शॉर्ट टर्म वीज़ा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जा रही है और उन्हें भी जल्द ही वापिस भेजने की प्रक्रिया जारी है।
यह कदम स्पष्ट संकेत देता है कि भारत अब आतंकी घटनाओं के प्रति बिल्कुल भी नरमी बरतने के मूड में नहीं है और हर स्तर पर जवाब देने को तैयार है।