अमेरिका के बाद इस देश में बड़ी त्रासदी बना कोरोना, लोग शवों को सड़कों और कब्रिस्तान के बाहर जा रहे छोड़कर

कोरोना वायरस ने इस समय पूरी दुनिया में कहर बरपा रखा है। 53 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके है। मौतों का आंकड़ा 3 लाख 40 हजार 383 हो गया है। अमेरिका में 24 घंटे में 1260 लोगों की जान गई है और संक्रमण के 24 हजार 197 मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में मरने वालों की संख्या 97 हजार 647 हो गई है, जबकि 16 लाख 45 हजार 94 लोग संक्रमित हैं। अमेरिका के बाद अब कोरोना का नया गढ़ ब्राजील बनता जा रहा है। 22 मई से पहले पूरी दुनिया में अमेरिका के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश रूस था। वहां अब तक करीब 3,02,600 कोरोना पॉजिटिव केस हैं। लेकिन 23 मई को जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक अब दुनिया में दूसरा नंबर लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील का है।

ब्राजील में 24 घंटे में इस महमारी की वजह से 1179 लोगों की मौत हुई है। यहां अब अक इस वायरस की वजह से 21,116 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं, 3,32,382 संक्रमित मामले सामने आ चुके है।

ब्राजील में हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि वहां के सबसे बड़े कब्रिस्तान में भी इन शवों को दफनाने के लिए जगह कम पड़ रही है। कुछ लोग अपने परिजनों के शवों को सड़कों और कब्रिस्तान के बाहर छोड़कर जा रहे हैं। बता दें कि इससे पहले वहां 12 मई को सिर्फ एक दिन में 881 लोगों की जान गई थी। ब्राजील में इतनी तेजी से कोरोना पीड़ितों की मौत हो रही है कि अब कब्रिस्तान में शवों को दफनाने के लिए जगह कम पड़ने लगी है। अधिकारियों के मुताबिक ब्राजील में हालात अभी और खराब हो सकते हैं।

ब्राजील के साओ पाउलो में लैटिन अमेरिकी देशों का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है जिसका नाम विला फोर्मोसा है। इस कब्रिस्तान में शवों को दफनाने वाले कर्मचारी 8 घंटे की जगह अब 12 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं फिर भी सभी शवों को दफ्न करने का काम पूरा नहीं हो पा रहा है।

कर्मचारियों के मुताबिक जब तक वो एक शव को दफनाते हैं तब तक 15 नए शव आ जाते हैं। अब वहां रात को भी मृतकों को दफनाने का काम चल रहा है लेकिन हर रोज भारी संख्या में लाशों के आने से वहां भी जगह कम पड़ने लगी है।

कई लोग अपने परिजनों की लाशों को दफनाने के लिए इंतजार कर रहे हैं तो वहीं कई लोग शवों को सड़कों और कब्रिस्तान के बाहर छोड़कर भी चल गए।

इतना सब होने के बाद भी ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक उड़ा रहे हैं और कह रहे हैं कि देश में लॉकडाउन होने से ब्राजील की अर्थव्यवस्था इतनी चौपट हो जाएगी कि उसे सुधारा ही नहीं जा सकता। जेयर बोलसोनारो सिर्फ बयान ही नहीं दे रहे हैं। बल्कि वो एंटी लॉकडाउन रैली में शामिल भी हो रहे हैं और फोटो भी खिंचवा रहे हैं। पिछले ही हफ्ते प्रेसिंडेंट ऑफिस के बाहर बोलसोनारो ने सैकड़ों की संख्या में अपने समर्थकों को इकट्ठा कर उनसे बातचीत की और लॉकडाउन-सोशल डिस्टेंसिंग जैसी चीजों को बकवास बताया। ब्रासीलिया में वो अपने समर्थकों और बच्चों से मिले, फोटो खिंचवाई और सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करने को कहा है।