अफगानिस्तान में भूकंप से तबाही, 1000 के करीब मौतें, 1500 घायल

अफगानिस्तान में पाकिस्‍तानी समयानुसार सुबह 1:54 मिनट पर आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है। आपदा प्रबंधन विभाग के डिप्टी मिनिस्टर मौलवी शरफुद्दीन ने दावा किया है कि इस भूकंप में करीब 1000 लोगों की मौत हो गई है और 1500 लोग घायल हुए है। इससे पहले 255 लोगों के मारे जाने की बात कही जा रही थी। अमेरिकी जिओलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक इस भूकंप का केंद्र दक्षिणी पूर्वी अफगानिस्‍तान के खोस्‍त शहर से 44 किमी दूर था। यूरोपियन मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर ने बताया कि इस भूकंप का असर 500 किलोमीटर तक के दायरे में था। इस वजह से अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान और भारत में भूकंप का झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई थी। ये भूकंप पक्तिका (Paktika) और खोस्त (Khost) प्रांत में आया था।

सरकार के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने ट्वीट किया- दुर्भाग्य से, कल रात (स्थानीय समायानुसार) पक्तिका प्रांत के चार जिलों में भीषण भूकंप आया। जिसमें हमारे सैकड़ों देशवासी मारे गए और घायल हो गए और दर्जनों घर तबाह हो गए। हम सभी इमरजेंसी एजेंसियों से अपील करते हैं कि आगे की तबाही को रोकने के लिए इस इलाके में टीमें भेजें।

भूकंप क्यों आता है?

भूकंप आने के पीछे क्या वजह होती है यह भी जान लीजिए। दरअसल, धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूमती हैं। ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है कि तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।