तालिबानी हुकूमत को पाकिस्तान का खुला समर्थन, विदेश मंत्री ने कहा - तालिबान के खिलाफ जो प्रोपेगैंडा चलाया था, वह झूठा साबित हुआ

तालिबान (Taliban) भले ही उदारते की बात कर रहा है लेकिन उसके क्रूरता की तस्वीरें पूरी दुनिया देख रही है। महिलाओं के लिए उसकी क्रूरता के किस्से सामने आने शुरू हो गए हैं। लेकिन पाकिस्तान तालिबान का खुला समर्थन कर रहा है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि अफगानिस्तान में अशरफ गनी की सरकार ने तालिबान के खिलाफ जो प्रोपेगैंडा चलाया था, वह झूठा साबित हुआ है। कुरैशी का कहना है कि तालिबान ने तो सभी को माफ करने का ऐलान किया है और वह लड़कियों की पढ़ाई को भी नहीं रोक रहा। तालिबान के अभी तक उठाए गए शांतिपूर्ण कदमों का स्वागत करते हैं।

तालिबान का बढ़ता कहर

अफगानिस्तान में तालिबान शासन की वापसी के बाद महिलाओं को बुर्का पहनने का आदेश दिया गया था। इसी बीच एक महिला जब बिना बुर्के के सड़क पर दिखाई दी, तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के बीच कई इलाकों में तालिबान का विरोध भी हो रहा है, लेकिन ऐसे लोगों को गोलियां खानी पड़ रही हैं। ताजा घटना पाकिस्तान से सटे अफगानी प्रांत कुनार की राजधानी असादाबाद की है। यहां अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर निकाली जा रही रैली में लोग अफगानी झंडा लहरा रहे थे। इन पर तालिबान ने फायरिंग कर दी, जिससे भगदड़ मच गई। इस हिंसा में कई लोग मारे गए हैं। हालांकि ये साफ नहीं है कि मारे गए लोगों को गोली लगी थी या फिर वे भगदड़ के शिकार हुए थे। इस बीच तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान का झंडा अब नई बनने वाली तालिबानी सरकार ही तय करेगी।

बता दें कि हर साल 19 अगस्त को अफगानिस्तान में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इससे पहले बुधवार को भी ऐसे दावे किए गए थे कि तालिबानी लड़ाकों ने काबुल एयरपोर्ट पर महिलाओं और बच्चों पर भी हमला किया है। तालिबानी लड़ाकों ने एयरपोर्ट से भीड़ को वापस भेजने के लिए फायरिंग भी की थी।