अफगानिस्तान की बड़ी कार्रवाई, एयरस्ट्राइक कर 250 से ज्यादा तालिबानी आतंकियों को किया ढेर

अफगानिस्तान (Afghanistan) की सेना ने तालिबान के आतंकियों पर बड़ा हमला किया है। अलग अलग एयरस्ट्राइक में अफगानी वायुसेना ने 254 तालिबानी आतंकियों को ढेर कर दिया है। जबकि 97 से ज्यादा आतंकी घायल बताए जा रहे हैं। अफगानी सेना ने 24 घंटे के अंदर काबुल, कंधार, कुंदुज, हेरात, हेलमंद और गजनी समेत आतंकियों के 13 ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। बता दें कि अमेरिकी और NATO सेना के अफगानिस्तान से हटने के बाद तालिबान की ताकत बढ़ने लगी है। हाल के दिनों में तालिबान ने दावा किया है कि उसने अफगानिस्तान के ज्यादातर इलाकों पर कब्जा कर लिया है। लेकिन अब अफगानिस्तान की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने तालिबान को हौसले पस्त कर दिए हैं।

बताया जा रहा है कि तालिबानी आतंकियों पर यह अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। इस कार्रवाई में बड़ी मात्रा से लदी एक गाड़ी उड़ा दिया गया। इस दौरान अफगानिस्तान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बल (ANDSF) ने 13 IED भी डिफ्यूज़ किए हैं। कल भी वायुसेना ने कंधार के एक इलाके में तालिबानी आतंकियों के बंकरों को निशाना बनाया था। इस कार्रवाई में 10 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे।

रक्षा मंत्रालय ने ये भी कहा कि शनिवार रात पक्तिका प्रांत के बरमल जिले में ANDSF द्वारा किए गए एक ऑपरेशन में चार पाकिस्तानियों सहित 12 तालिबान आतंकवादी मारे गए और 9 अन्य घायल हो गए। एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि पंजवे जिले और कंधार प्रांतीय केंद्र के बाहरी इलाके में 11 अन्य आतंकवादी मारे गए।

कई इलाकों में कब्जे का दावा

हाल के दिनों में अफगानिस्तान में हिंसा में काफी इज़ाफा देखा गया है। तालिबान ने अफगान सुरक्षा बलों और नागरिकों के खिलाफ अपने हमले तेज कर दिए हैं और कई जिलों पर कब्जा कर लिया है। कई पड़ोसी देशों के साथ लगती सीमाओं पर भी उसने प्रभुत्व कायम कर लिया है और कई प्रांतीय राजधानियों पर उसके कब्जा करने का खतरा बना हुआ है। अफगान विदेश मंत्रालय ने कहा है कि तालिबान ने 193 से अधिक जिला केंद्रों और 19 सीमावर्ती जिलों पर कब्जा कर लिया है। तालिबान ने तखर, कुंदुज, बदख्शां, हेरात और फराह प्रांतों में 10 सीमा पार करने वाले प्वाइंट्स पर भी नियंत्रण कर लिया है, जिसके कारण इन क्षेत्रों में सीमा पार से आवाजाही और व्यापार पूरी तरह से बंद हो गया है।

बता दे, अमेरिका-नाटो सैनिकों की वापसी का 95% काम पूरा हो गया है और 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से उनकी पूर्ण वापसी हो जाएगी। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल के पहले छह महीने में अफगानिस्तान में हिंसा के दौरान मारे गए और जख्मी हुए नागरिकों की संख्या में पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 47% की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट स्पष्ट चेतावनी देती है कि अगर हिंसा पर लगाम नहीं कसी गई तो इस साल काफी संख्या में अफगान नागरिक मारे जाएंगे और जख्मी होंगे।

तालिबान को पाकिस्तान का समर्थन मिल रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि तालिबान कोई सैन्य संगठन नहीं है बल्कि वह भी एक सामान्य नागरिक हैं। दरअसल जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से पूछा गया कि हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि करीब 6,000 पाकिस्तानी लड़ाकू बॉर्डर पार कर तालिबान की मदद करने गए हैं? इसपर इमरान खान ने कहा कि यह बिल्कुल गलत बात है, वो हमें इस बात का सबूत क्यों नहीं देते हैं?