LIC की खास पॉलिसी, रोज मात्र 14 रुपए खर्च कर पाएं 15 लाख का जीवन बीमा

आजकल सभी लोग अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित करने के लिए इंश्योरेंस प्लान लेते हैं। ताकि अगर उन्हें कुछ हो जाएं तो उनके पीछे उनका परिवार सुरक्षित और सुकून की जिंदगी जी सके। ऐसे समय में आपका साथ देगा LIC, जो अपने ग्राहकों को अच्छी सुविधा देने के लिए हर संभव कोशिश करती है। LIC की कई पॉलिसियां ऐसी हैं जिनके बारें में अक्सर लोगों को पता नहीं होता है या फिर कम लोग इससे अवगत रहते है। आज हम आपको LIC की ऐसी पॉलिसी के बारे में बताने जा रहे है जिसे स्पेशल योजनाओं के तहत रखा गया है। एलआईसी का अनमोल जीवन 2 टर्म इंश्‍योरेंस प्‍लान आपको ऐसी अवस्था में आपकी मदद करेगा। LIC की इस पॉलिसी के अंतर्गत अगर पॉलिसी धारक की मृत्यु पॉलिसी अवधि के दौरान हो जाती है, तो नॉमिनी को पूरी बीमा रकम का भुगतान कर दि‍या जाएगा। हालांकि यह टर्म प्‍लान है, जिसके चलते कि‍सी तरह का मैच्‍योरि‍टी लाभ नहीं मिलता है।

क्‍या होगा प्रीमि‍यम

अगर आपकी उम्र 30 साल है और पॉलि‍सी टर्म 20 साल है तो आपका सम ऐश्योर्ड 15 लाख का होगा।

प्रीमि‍यम

सालाना: 5,345 रुपए

छमाही: 2,727 रुपए

रोज का खर्च: 14 रुपए

आपको मिलने वाले लाभ

मृत्यु लाभ: पॉलिसी अवधि के दौरान पाॅलिसी धारक की मृत्यु होने पर उसके नॉमिनी को पूरी बीमित रकम का भुगतान किया जाएगा।

मैच्योरिटी (परिपक्वता) लाभ:
इस योजना के अंतर्गत कोई मैच्योरिटी लाभ नहीं मिलता।

आयकर लाभ: आपकी टैक्सेबल सैलरी से हर साल जीवन बीमा के 1,50,000 रुपए तक के प्रीमियम भुगतान पर आयकर की धारा 80C के तहत छूट दी जाती है। वहीं, नॉमिनी को मिली राशि पर भी आयकर की धारा 10 (10D) के तहत करमुक्त होती है।

इस पॉलिसी के तहत कुछ बातें है जिनकों ध्यान रखना जरुरी है

- आप प्रीमियम का भुगतान रोक देते हैं: इस योजना के तहत अगर आप प्रीमियम का भुगतान रोक देते हैं तो आपको बकाया प्रीमियम भरने के लिए 30 दिन का अतिरिक्त समय दिया जाता है। अगर आपने इसके बाद भी प्रीमियम का भुगतान नहीं किया तो आपकी पॉलिसी और उस पर मिलने वाले सभी लाभ बंद हो जाते हैं।

- आपको पॉलिसी रिवाइव करनी होती है: आप अपनी रुकी हुई पॉलिसी को रिवाइव कर सकते हैं। इसके लिए आपको अंतिम भरे हुए प्रीमियम से 2 साल के अंदर बकाया प्रीमियम का भुगतान करना होगा।

- सरेंडर करना चाहते हैं: इस योजना के तहत आप अपनी पॉलिसी सरेंडर नहीं कर सकते। ऐसे में आपको कोई सरेंडर राशि नहीं मिलेगी।