राजस्थान में नियंत्रण की ओर बढ़ रहा कोरोना, हजार से कम मिले संक्रमित, 32 रहा मौत का आंकड़ा

राजस्थान में कोरोना का कहर कम होते हुए नियंत्रण की ओर बढ़ता जा रहा हैं। शनिवार को 66 दिन बाद कोरोना के 942 नए मरीज मिले हैं। 31 मार्च के बाद यह पहला ऐसा दिन है, जब मरीजों की संख्या एक हजार से भी कम रही। इसके अलावा 16 अप्रैल के बाद सबसे कम 32 मौतें हुई। सबसे बड़ी राहत यह है कि दूसरी लहर में पहली बार 16 जिलों में किसी की मौत नहीं हुई। यही पॉजिटिव दर भी 1.74% रही। प्रदेश में 24 घंटे के दौरान 53,944 सैंपल लिए गए और 942 रोगी मिले। राज्य में शनिवार को कुल 3,364 मरीज रिकवर हुए और रिकवरी दर बढ़कर 96.80% हो गई है। अब प्रदेश में एक्टिव केस भी घटकर 21,550 हो गए हैं। प्रदेश के 18 जिलों में एक्टिव रोगियों की संख्या अब 500 से कम रह गई है।

राजस्थान में एक्टिव केस अब गुजरात और पंजाब से भी कम हो गए। इससे पहले राजस्थान में एक्टिव मरीज इन राज्यों से ज्यादा थे। इसके चलते राज्य एक्टिव केस के मामले में देश में 14वें नंबर पर आ गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट को देखें तो राज्य में पिछले 5 दिनों से लगातार कोरोना की संक्रमण दर 3 फीसदी से भी नीचे बनी हुई है। कहा जाता है कि किसी भी राज्य में अगर कोरोना की दर एक सप्ताह तक 5 फीसदी से भी कम रहती है तो वहां स्थिति नियंत्रित मानी जाती है और लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ती। अगर दो-तीन दिन भी यही स्थिति रही तो सरकार लॉकडाउन में और ज्यादा ढील दे सकती है। हालांकि, हेल्थ सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना कम होने के पीछे एक बड़ा कारण लॉकडाउन है। अगर आगे भी हमने ऐसी ही सावधानी बरती तो ठीक है, वरना केस वापस बढ़ सकते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 33 में 5 ही जिले ऐसे हैं, जहां संक्रमित केसों की संख्या 50 से ज्यादा है। वहीँ 13 जिले ऐसे भी हैं, जहां संक्रमितों की संख्या 10 से भी कम है। सबसे कम केस सवाई माधोपुर में मिला है। वहीँ सबसे ज्यादा मामले अभी भी राजधानी से ही सामने आ रहे है। राजस्थान में जिलेवार पॉजिटिविटी रेट देखें तो 9 जिलों में यह एक फीसदी से भी कम रही। सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट दौसा में 3.92 फीसदी रही।