उदयपुर : 41 हजार को पार कर गया संक्रमित मरीजों का आंकड़ा, गुरुवार को 13 मरीजों ने गंवाई अपनी जान

लेकसिटी उदयपुर में कोरोना संक्रमण विकराल रूप लेता जा रहा हैं। संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 41 हजार को पार कर गया हैं। शहर में हर दिन संक्रमित मरीजों की संख्या अपने ही रिकॉर्ड तोड़ रही है। गुरुवार को उदयपुर में कोरोना वायरस से ग्रसित 932 संक्रमित मरीज सामने आए। जबकि 13 मरीजों की कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद मौत हो गई। जिसके बाद उदयपुर में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 41 हजार 202 के आंकड़े पर पहुंच गई है। उदयपुर में मई महीने की शुरुआत के साथ ही कोरोना घातक हो चुका है। शहर में महीने के शुरुआती 6 दिनों में ही कोरोना 83 लोगों की जिंदगी छीन चुका है। जबकि 6 हजार 462 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं।

उदयपुर में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ अब रिकवरी रेट में भी दिनों-दिन सुधार हो रहा है। गुरुवार को उदयपुर में कोरोना वायरस से ग्रसित 2012 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए। जिसके बाद उदयपुर में कुल रिकवर हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 31 हजार 351 के आंकड़े पर पहुंच गई है। जबकि एक्टिव केस की संख्या 9 हजार 479 के आंकड़े पर पहुंच गई है।

राजस्थान में कोरोना : 7 लाख के पार हुआ संक्रमितों का आंकड़ा

राजस्थान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कुल संक्रमितों की संख्या गुरुवार को 7 लाख के पार हो गई। यहां पिछले 24 घंटे में गुरुवार को 17,532 नए संक्रमित केस सामने आए। इसके अलावा 16,044 लोग ठीक भी हुए। चिंता की बात यह है कि आज 161 लोगों की कोरोना से जान चली गई। इनमें सबसे ज्यादा मौतें और संक्रमित केस जयपुर में हुए। बता दें कि अब तक प्रदेश में कुल 7,02,568 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट 71% हो गई है। ऐसे में 4.99 लाख लोग रिकवर हो चुके हैं। वहीं, एक्टिवों की संख्या 1.98 लाख हो गई है।

राजस्थान : गहलोत सरकार ने 10 मई से 24 मई तक प्रदेश में लगाया कंप्लीट लॉकडाउन

राजस्‍थान में बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अब सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। इसी के चलते राज्य सरकार ने प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया है। जानकारी के अनुसार 10 मई सुबह 5 बजे से 24 मई तक राज्य में कंप्लीट लॉकडाउन रहेगा। वहीं शादी समाराह पर 31 मई तक पूरी तरह से रोक रहेगी। गृह विभाग ने देर रात इसको लेकर गाइडलाइंस भी जारी कर दी हैं। इसके साथ ही सरकार ने कहा है कि यदि संभव हो तो अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज के साथ कोई भी अटेंडेंट नहीं जाए, और जरूरी होने पर एक ही व्यक्ति को इसकी इजाजत दी जाए। इसके लिए अस्पताल की ओर से पास इश्यू किया जाए। वहीं बड़ी बात ये है कि अब अटेंडेंट को भी 15 दिन के लिए अपने परिवार से आइसोलेट होकर होम क्वारंटाइन में रहना जरूरी होगा।