SDM के सख्त तेवर, रावतभाटा में अगले 9 दिन सबकुछ बंद, नहीं मिलेगी सब्जी, दूध और किराने का सामान

कोरोना तांडव मचा रहा हैं और इसका कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैं। इसके संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रदेशभर में लॉकडाउन में सख्ती बरती जा रही हैं लेकिन वह बेअसर होती दिखाई दे रही हैं। ऐसे में चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा में संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए SDM रामसुख गुर्जर ने सख्त तेवर अपनाए हैं और अगले 9 दिन सबकुछ बंद रखें की अपील की हैं। इस दौरान क्षेत्रवासियों को न दूध-सब्जी और न ही किराना का सामान मिलेगा। SDM गुर्जर ने बताया कि कोरोना तांडव मचा रहा है। 10 से 12 दिन का राशन सभी के घर में होता है। एक दिन सब्जी नहीं खाएंगे तो चावल खा लेना।

पूर्ण रूप से लॉकडाउन 12 तारीख से 20 तारीख तक लगाया जाएगा। इस दौरान एसडीएम ने सभी को पर्याप्त मात्रा में किराना और सब्जी पहले ही लेने की बात कही। सिर्फ मेडिकल और हॉस्पिटल के अलावा सब कुछ बंद रखने का फैसला किया गया। SDM रामसुख गुर्जर के नेतृत्व में सोमवार को एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कोरोना वायरस की महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए नगरवासियों को लॉकडाउन अवधि में घरो में ही रहने की अपील की। उन्होंने पार्षदों को अपने-अपने वार्डों में सख्ती बरतने के लिए कहा और कहा कि हौसला और घोंसला कोरोना से बचने की दो ही दवाई हैं।

यहां 9 दिनों में कोरोना संक्रमण के फैलाव से 34 लोगों की मौत हो गई हैं। इनमें से दो मौत ऑन रिकॉर्ड है, जबकि बाकी मौत संदिग्ध हैं। 763 एक्टिव केस हो चुके हैं, जिसके चलते प्रशासन और नगर पालिका ने सब कुछ बन्द रखने का आह्वान किया। उन्होंने पार्षदों को कहा कि ऑक्सीजन कैसे चल रही है, लोग कैसे सांस ले रहे हैं, उनको देखने से भी आप लोगों की सांस फूल जाएगी। आप लोग तो यहां के निवासी हो, हम तो केवल ड्यूटी के लिए आए हैं और अपना 100 प्रतिशत देकर चले जाएंगे, लेकिन अगर जनसहयोग नहीं मिलेगा तो कैसे लड़ेंगे? केवल पुलिस और प्रशासन का दायित्व नहीं है। हर व्यक्ति का दायित्व है कि वह गलियों में घूमने वाले लोगों को टोके, लोगो का टाइम पास नहीं हो रहा तो गलियों में घूमने लग गए, यह सही नहीं है। घर बैठकर परिवार के साथ समय व्यतीत करेंं और आध्यात्मिक किताबें पढ़ें।