राजस्थान : संक्रमण धीमा होने के साथ ही खत्म हो गई ऑक्सीजन की किल्लत, 880 मीट्रिक टन का बफर स्टॉक

कोरोना के इस दौर में ऑक्सीजन सबसे जरूरी तत्व हैं जिसके लिए बीते दिनों काफी मारामारी हुई थी। अस्पतालों में इसकी कमी की वजह से कई लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं। राजस्थान को ऑक्सीजन की किल्लत का सामना करना पड़ा था। लेकिन अब संक्रमण धीमा होने के साथ ही ऑक्सीजन की किल्लत भी खत्म हो गई हैं और 880 मीट्रिक टन का बफर स्टॉक हो गया हैं। प्रदेश में अस्पताल व मरीजों के लिए 325 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड ही रह गई है। जबकि राज्य के पास रोजाना 585 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ज्यादा उपलब्ध है।

केंद्र की ओर से राजस्थान का लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट से 380 मीट्रिक टन आवंटन है। वहीं 170 एमटी ऑक्सीजन एयरसेफरेशन यूनिट व 25 एमटी ऑक्सीजन अस्पतालों की पीएसए यूनिट से मिल रही है। इसके लिए प्रदेश में 10 हजार ऑक्सीजन कंसटेटर हो गए है। प्रदेश अब केवल जामनगर व भिवाड़ी प्लांट से ही ऑक्सीजन उठा रहा है। कलिंगा नगर, बर्नपुर और हजीरा से ऑक्सीजन उठाना बंद कर दिया है।

ऐसे में जल्दी ही मेडिकल ऑक्सीजन का मैनेजमेंट अब पहले की तरह चिकित्सा विभाग देखेगा। पिछले डेढ़ महीने से उद्योग विभाग के सचिव व रीको एमडी आशुतोष एटी पेडनेकर और उनकी टीम ऑक्सीजन प्रबंधन देख रहे थे। लेकिन अब लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुए उद्योगों को उभारने के लिए यह टीम काम करेगी। फिलहाल कंट्रोल रूम चलता रहेगा, लेकिन रीको व उद्योग विभाग के अफसरों को धीरे धीरे विभाग के रूटीन कामकाज में शिफ्ट किया जाएगा। इसके साथ ही जल्दी ही इंडस्ट्रीज के लिए भी ऑक्सीजन उपलब्ध होने लगेगी। इसको लेकर उद्योग विभाग की केंद्र सरकार से बात चल रही है।

कोरोना की दूसरी लहर के कारण ऑक्सीजन के इण्डस्ट्रियल इस्तेमाल पर केंद्र सरकार ने रोक लगा रखी है। इससे प्रदेश के 100 मिनी स्टील इंडस्ट्रीज और रोलिंग मिल्स के साथ ही 60 ट्रांसफार्मर फैक्ट्रियों में काम बंद है। इन से जुड़े करीब 200 कारखाने भी प्रभावित है। उद्योग विभाग ने केंद्र सरकार से स्टील, रोलिंग मिल्स सहित अन्य उद्योगों के लिए ऑक्सीजन देने की छूट को लेकर बात की है।

राजस्थान में राहत : 6 फीसदी से नीचे दर्ज हुई संक्रमण की दर, मिले सिर्फ 3,404 नए मामले

राजस्थान में सख्त लॉकडाउन का असर दिखाई देने लगा हैं और कोरोना का कहर कम होता जा रहा हैं। बीते 24 घंटों की बात करें तो संक्रमण की दर अब 6 फीसदी से नीचे दर्ज हुई जो कि सुखद हैं। बीते 24 घंटों में 3,404 नए संक्रमित मिले जो कि 7 अप्रैल अर्थात 48 दिन में आए केसों में सबसे कम हैं। राज्य में आज रिकवरी रेट में भी एक फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ और यह 88 फीसदी से बढ़कर 90 फीसदी के नजदीक पहुंच गई। सभी जिलों में रिकवर मरीजों की संख्या नए केसों की तुलना में अधिक है। आज पूरे राज्य में 15,635 मरीज रिकवर हुए हैं। इधर मौत के केसों ने अभी भी सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ा रखी है। बीते दिन पूरे राज्य में इस बीमारी से 105 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, प्रदेश का डेथ रेशो अभी भी एक फीसदी से भी कम है।