भरतपुर : संक्रमण हुआ कम लेकिन मौतों का कहर जारी, महीने के 25 दिन में 93 ने गंवाई जान

मंगलवार को जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान 77 नए लोग कोरोना संक्रमित हुए, जबकि 3 लोगों की जानें भी गईं। हालांकि पिछले 15 दिन की तुलना में संक्रमण दर अब काफी कम हुई है। नए रोगियों की संख्या 877 से घटकर अब 77 तक ही सिमट गई है। रिकवरी रेट भी बढ़ा है, क्योंकि नए रोगियों की तुलना में अब पुराने रोगी ज्यादा ठीक हो रहे हैं। मंगलवार को भी 570 लोग कोरोना को हराकर घरों को लौटे हैं।

वहीं एक्टिव केस की संख्या भी पिछले 5 दिन में आधे से भी कम यानि 2737 ही रह गए हैं। इसकी वजह यह है कि पिछले 7 दिन में 4251 सैंपल कम लिए गए। इसलिए 2652 पॉजिटिव मरीज भी कम हुए। अब तक 324162 सैंपलों की जांच हो चुकी है। इनमें 19197 में संक्रमित निकले हैं। वहीं 16225 लोग ठीक भी हुए हैं। रिकवरी रेट 84.52 रही।

संक्रमण तो कम होने लगा है। लेकिन, मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा है। इसलिए अभी लापरवाह नहीं बल्कि ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। सरकारी आंकड़ों में ही इस महीने के 25 दिन में 93 लोग जान गंवा चुके हैं। जबकि इससे पहले के 13 महीनों में 142 लोगों की मौत हुई थी। वास्तविकता में यह संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है। क्योंकि ग्रामीण इलाकों के पंचायतों में आंकड़े दर्ज नहीं हो रहे हैं। वहीं अस्पतालों में भी केवल वही मौत आंकड़ों में दर्ज हो रही है जिसकी कोरोना पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट आ चुकी होती है। अगर, किसी में कोरोना के लक्षण थे, लेकिन आरटी पीसीआर टेस्ट नहीं हुआ था तो वह मौत आंकड़ों में दर्ज नहीं है।

राजस्थान में राहत : 6 फीसदी से नीचे दर्ज हुई संक्रमण की दर, मिले सिर्फ 3,404 नए मामले

राजस्थान में सख्त लॉकडाउन का असर दिखाई देने लगा हैं और कोरोना का कहर कम होता जा रहा हैं। बीते 24 घंटों की बात करें तो संक्रमण की दर अब 6 फीसदी से नीचे दर्ज हुई जो कि सुखद हैं। बीते 24 घंटों में 3,404 नए संक्रमित मिले जो कि 7 अप्रैल अर्थात 48 दिन में आए केसों में सबसे कम हैं। राज्य में आज रिकवरी रेट में भी एक फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ और यह 88 फीसदी से बढ़कर 90 फीसदी के नजदीक पहुंच गई। सभी जिलों में रिकवर मरीजों की संख्या नए केसों की तुलना में अधिक है। आज पूरे राज्य में 15,635 मरीज रिकवर हुए हैं। इधर मौत के केसों ने अभी भी सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ा रखी है। बीते दिन पूरे राज्य में इस बीमारी से 105 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, प्रदेश का डेथ रेशो अभी भी एक फीसदी से भी कम है।