कोरोना से बचने के लिए इस देश में लोग पी रहे नीट अल्‍कोहल, 728 की हुई मौत

कोरोना वायरस से बचने के लिए ईरान में अंधविश्‍वास में आकर लोग नीट अल्‍कोहल पी रहे है। जिसकी वजह से लोगों की मौत हो रही है। ताजा घटना में जहरीले मेथेनॉल को पीने से 728 लोगों की मौत हो गई है।

ईरानी स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के सलाहकार होसैन हसैनियन के मुताबिक अलग-अलग माध्यमों में मौत के आंकड़े को लेकर अंतर इसलिए है क्योंकि जहरीली शराब पीने वाले करीब 200 पीड़ितों की मौत अस्पताल के बाहर हुई थी। बीते साल अप्रैल महीने में जारी एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के कारण ईरान में पिछले साल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा जहरीली शराब पीने के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 20 फरवरी से 7 अप्रैल के बीच ईरान में 728 ईरानियों की मौत हो गई। स्थानीय स्टेट टीवी ने ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किन्यौस जहानपुर के हवाले से बताया कि जहरीली मेथेनॉल शराब पीने की वजह से 525 लोगों की मौत हो गई है। जहानपुर ने बताया कि मेथेनॉल शराब से कुल 5,011 लोगों को जहर दिया गया था।

ईरान सरकार के न्यायिक प्रवक्ता गुलाम हुसैन एस्मेली ने बताया कि शराब का सेवन कोरोना वायरस का इलाज नहीं है। यह मानव शरीर के बहुत ही घातक है। ईरान के कई राजनेताओं ने इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सरकारी न्यूज एसेंजी तस्नीम के अनुसार, इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे हालात से ईरानी सरकार कड़ाई से निपटेगी।

इस समय ईरान में लगभग 40 शराब फैक्ट्रियां हैं लेकिन ये सभी कंपनियां शराब के उत्पादन की जगह सैनिटाइजिंग और कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने वाले सामानों के उत्पादन में जुटी हुई हैं।

हसनैन ने कहा कि ईरान में जहरीली शराब पीने से 90 लोगों की आंखें खराब हो गई हैं। उन्‍होंने कहा कि आंखें खराब होने वालों का अंतिम आंकड़ा बहुत ज्‍यादा हो सकता है। पूरे पश्चिम एशिया में ईरान में कोरोना वायरस से सबसे ज्‍यादा लोग प्रभावित हैं। देश में अब 91000 लोग कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए हैं और 5806 लोग की मौत हो चुकी हैं।