आज देश 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर राजपथ पर शानदार परेड निकाली जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड खत्म होने के बाद वहां मौजूद जनता की तरफ हाथ हिलाते हुए उनका अभिवादन स्वीकार किया। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और 10 आसियान देशों के नेताओं के स्थल से जाने के तुरंत बाद राजपथ के दोनों तरफ बैठे लोगों को बधाई दी।
मोदी ने जैकेट के साथ चूड़ीदार-कमीज और एक पारंपरिक पगड़ी पहन रखी थी। वह दर्शकों की तरफ हाथ हिलाते हुए एक से दूसरे छोर की ओर गए। सुरक्षाकर्मी मोदी के साथ रहे और उनके चारों ओर एक सुरक्षा घेरा बनाए रखा। 10 आसियान देशों के नेता भारत के 69वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वायुसेना के शहीद गरुड़ कमांडो जेपी निराला (मरणोपरांत) को शांतिकाल के सबसे बड़े वीरता सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित किया।
परेड की शुरुआत आसियान देशों के राष्ट्रीय ध्वजों के साथ हुई। यह पहली बार है कि परेड की शुरुआत किसी अन्य देश के दस्ते के साथ हुई हो।
इसके बाद झांकियों की शुरुआत आकाशवाणी (AIR) की झांकी से साथ हुई। झांकी में आजादी के बाद विभाजन की विभीषिका से जूझ रहे देश में भड़के सांप्रदायिक दंगों के समय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रेडियो पर प्रसारित संदेश से लेकर ‘'मन की बात'’ में मोदी के संदेश राजपथ पर सुनाई दी। झांकी में आकाशवाणी के बीते सात दशक में हुये आधुनिक स्वरूप की झलक भी पेश की जायेगी।
आसियान - 69वें गणतंत्र दिवस परेड में शिक्षा और व्यापार की झांकी।
आसियान - 69 वें गणतंत्र दिवस परेड में संस्कृति और धर्म की झांकी।
राजपथ पर दिखी कर्नाटक की झांकी। वाइल्ड लाइफ को किया गया प्रदर्शित।
मध्य प्रदेश की झांकी में प्रसिद्ध सांची के स्तूप को प्रदर्शित किया गया। सांची को एक महत्वपूर्ण बौद्ध केंद्र माना जाता है।
त्रिपुरा की झांकी में वहां के हैंडीक्राफ्ट्स को प्रदर्शित किया गया। ये हैंडीक्राफ्ट्स बहुत ही सस्ते और लंबे समय तक चलने वाले होते हैं।
उत्तराखंड की झांकी में प्रदेश की खूबसूरती को प्रदर्शित किया गया साथ ही ग्रामीण पर्यटन की ओर भी लोगों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की गई।
जम्मू-कश्मीर की झांकी में राज्य के लोगों का जीवन प्रदर्शित किया गया। साथ ही यहां की खूबसूरत पशमीना शॉल को भी इस झांकी का हिस्सा बनाया गया।
इस बार राजपथ की झांकियों में शामिल लक्षद्वीप की झांकी में राज्य की खूबसूरती पर ध्यान दिया। इस प्रदेश की झांकी समंदर की खूबसूरती को प्रदर्शित किया गया।
छत्तीसगढ़ की झांकी में रामगढ़ का मशहूर और सबसे प्राचीन अखाड़े को दिखाया गया। साथ ही इस झांकी में छत्तीसगढ़ की संस्कृति झलक भी देखने को मिली।
केरल की झांकी में मंदिर उत्सव और खेती को दिखाया गया।
परंपरागत मुखौटों से सजाई गई थी असम की झांकी।
पंजाब की झांकी को संगत और पंगत के आधार सजाया गया था। इस झांकी में गुरुद्वारा दिखाया गया। इसमें लंगर का भी नजारा देखने को मिला।
हिमाचल प्रदेश की झांकी में तकरीबन एक हजार साल पुराने गोम्पा मठ को दिखाया गया था।
मणिपुर की झांकी में राज्य के सबसे लोकप्रिय नृत्य खांबा-थोबी की झलक देखने को मिली।
गुजरात की झांकी में साबरमती आश्रम की झलक देखने को मिली।
आयकर विभाग ने पहली बार अपनी झांकी निकाली है। यह झांक क्लीन मनी पर आधारित थी।