बाड़मेर : डॉक्टरों की लापरवाही ने ली बच्चे की जान! सांप काटने पर अस्पताल पहुंचे लेकिन डॉक्टर नदारद

बाड़मेर जिले के चौहटन उपखंड मुख्यालय पर एक ऐसा मामला सामने आया जहां डॉक्टरों की लापरवाही एक बच्चे की जान पर भारी पड़ गई। परिजन डॉक्टरों के घर के चक्कर लगाते रहे और समय पर इलाज नहीं मिलने से बच्चे की मौत हो गई। परिजनों के डॉक्टरों पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में लोग इकट्ठे हो गये। चौहटन अस्पताल में परिजनों के साथ समाज के सैकड़ों लोग इकट्‌ठे हो गए। एसडीएम भागीरथ चौधरी ने बताया कि देर रात बच्चे को अस्पताल लेकर आए थे। परिजनों ने बताया कि समय पर डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया। इससे बच्चे की मौत हो गई।

गुरुवार देर रात को चौहटन निवासी ऋषि सिंह (5) पुत्र हुकुम सिंह घर पर सो रहा था। इस दौरान सांप काटने पर परिजन उसे अस्पताल लेकर आए थे। परिजनों का आरोप है कि रात को करीब 12 बजे बच्चे को अस्पताल लेकर आए। अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने के कारण बार-बार बुलाने पर भी डॉक्टर समय पर नहीं पहुंचे। बच्चे की सामान्य जांचे करवाने के लिए परिजनों को निजी अस्पताल भेजा। परिजनों का आरोप है कि बच्चा अस्पताल में दर्द के मारे चिल्लाता रहा लेकिन डॉक्टर नहीं पहुंचे। डॉक्टरों से समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण बच्चे की मौत हो गई। इस पर परिजन वहां एकत्र हो गए और रात से चौहटन अस्पताल में इकट़्ठे होकर विरोध जता रहे हैं। सूचना मिलने पर उपखंड अधिकारी भागीरथ चौधरी भी अस्पताल पहुंचे और परिजनों को समझाइश की। चौहटन थानाधिकारी भूटाराम, जिला परिषद‌् सदस्य रूप सिंह राठौड़ भी अस्पताल पहुंचे।