पांच करोड़ अकाउंट हुए हैक, फेसबुक ने हटाया ‘व्यू एज’ फीचर

फेसबुक Facebook ने शुक्रवार को घोषणा की कि हैकरों द्वारा सुरक्षा में खामी पैदा करने के कारण पांच करोड़ अकाउंट प्रभावित हुए। हालांकि फेसबुक ने इस खामी को अभी दूर कर दिया है और साइबर क्राइम शाखा को जानकारी दे दी है। दुनिया के इस बड़े सोशल नेटवर्क ने कहा कि इस सप्ताह हमें पता चला कि हैकरों ने ‘एक्सेस टोकंस’ चुरा लिये जिसके कारण ये अकाउंट प्रभावित हुए। 'एक्सेस टोकंस' एक प्रकार की डिजिटल चाबियां हैं जिससे हैकर उन अकाउंट तक पहुंच बनाने में सफल रहे।

फेसबुक के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के उपाध्यक्ष गे रोसेन ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘‘यह स्पष्ट है कि हमलावर फेसबुक का कोड भेदने में सफल रहे।’’ फेसबुक के मुख्य कार्यकारी मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि इंजीनियरों ने मंगलवार को इस खामी का पता लगाया गुरुवार रात तक इसे ठीक कर लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने ये खामी दूर कर ली है और कानून प्रवर्तन को सूचित कर दिया है।’’

जुकरबर्ग ने कहा, ‘‘हमें पता नहीं है कि क्या किसी अकाउंट का वास्तव में गलत इस्तेमाल हुआ है। यह गंभीर मुद्दा है। फेसबुक ने एहतियातन अस्थायी तौर पर ‘‘व्यू एज’’ फीचर को हटा लिया है। यह फीचर एक प्राइवेसी टूल (निजता उपकरण) है जो यूजर को देखने की अनुमति देता है कि उसका अपना प्रोफाइल किसी अन्य व्यक्ति को कैसा दिखेगा।’’

फेसबुक ने बताया कि हमने अभी जांच शुरू ही कि है लेकिन अभी हमें पता नहीं चल पाया है कि हैक किए हुए अकाउंट से डाटा चोरी हुआ है या नहीं। अभी हम यह नहीं जानते कि इसके पीछे कौन है। फेसबुक में इसके लिए यूजर्स से माफी मांगते हुए कहा कि उनकी गोपनीयता और सुरक्षा हमारे लिए सबसे पहले है।

दरअसल, फेसबुक में 'व्यू एज' एक फीचर है जिसके जरिए हम देख पाते हैं कि कोई अन्य व्यक्ति हमारी प्रोफाइल को देखेगा तो कैसा दिखेगा। इस फीचर को ऑन करने पर ही पासवर्ड लीक हैकर्स के हाथ में पहुंचा है। फेसबुक के व्यू एज फीचर के इस बग के कारण 50 मिलियन लोगों के अकाउंट में सेंध लगी है। इसके बाद कंपनी ने सुरक्षा के लिहाज से फेसबुक प्लेटफॉर्म से अपने एक बड़े फीचर को हटा लिया है।

खबर की माने तो पिछले साल जिन यूजर्स ने अपने प्रोफाइल में 'व्यू एज' टूल का इस्तेमाल किया था, उन्हें फिर से फेसबुक लॉग इन करना होगा, और साथ ही उन एप्स को भी जिनके जरिए फेसबुक लॉग इन किया गया। इसके बाद वह फेसबुक के द्वारा उपलब्ध कराया गया एक बयान देख पाएंगे कि क्या हुआ। कंपनी के अनुमान के मुताबिक लगभग 90 मिलियन लोगों को फिर से लॉग इन करना होगा।