नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी पर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा कर रहे सांसदों पर लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के चेयरमैन ने बड़ी कार्रवाई की है। दोनों सदनो को मिलाकर मंगलवार को 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इनमें से 41 सांसद लोकसभा और 8 सांसद राज्यसभा के हैं। बता दें कि 18 दिसंबर तक कुल 92 सांसद सस्पेंड थे लेकिन आज की कार्रवाई के बाद ये आंकड़ा 141 सांसदों पर पहुंच गया है। इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
निलंबित किए गए सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र की कार्यवाही में हिस्सा लेने से वंचित कर दिया गया है। लोकसभा में सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, शशि थरूर, मोहम्मद फैसल, कार्ति चिदंबरम, सुदीप बंधोपाध्याय, डिंपल यादव और दानिश अली सहित कई विपक्षी सांसदों को संसद के शेष शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, सदन के अंदर तख्तियां नहीं लाने का निर्णय लिया गया। हाल के चुनाव हारने के बाद हताशा के कारण वे ऐसे कदम उठा रहे हैं। यही कारण है कि हम एक प्रस्ताव (सांसदों को निलंबित करने का) ला रहे हैं।
अर्जुनराम मेघवाल ने रखा प्रस्तावइसके बाद लोकसभा में केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, शशि थरूर, मोहम्मद फैसल, कार्ति चिदंबरम, सुदीप बंधोपाध्याय, डिंपल यादव और दानिश अली सहित अन्य विपक्षी सांसदों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। इससे पहले सोमवार (18 दिसंबर) को लोकसभा और राज्यसभा के कुल 92 सांसदों को निलंबित किया गया था।
आज सस्पेंड होने वाले सांसदमनीष तिवारी, चंद्रशेखर प्रसाद, डिंपल यादव, कार्ति चिदंबरम, एसटी हसन, सुप्रिया सुले, शथि थरूर, दानिश अली, माला रॉय, राजीव रंजन सिंह, संतोष कुमार, प्रतिभा सिंह, मोहम्मद सादिक, जगबीर सिंह गिल, महाबली सिंह, एमके विष्णु प्रसाद, फारुख अबदुल्ला, गुरजीत सिंह औजला, फजलुर रहमान, रवनीत सिंह बिट्टू, दिनेश यादव, के सुधाकरन, सुशील कुमार रिंकू।