Kisan Andolan: आज से और तेज होगा किसान आंदोलन, 1500 ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ आ रहे 30,000 किसान

कृषि कानून रद्द करवाने की मांग पर अड़े किसान आज आंदोलन और तेज करेंगे। किसान आज देशभर में टोल फ्री करेंगे। साथ ही दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा हाईवे जाम करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष बलबीर। एस। राजेवाल ने कहा कि हम 12 दिसंबर को डिप्टी कलेक्टर के दफ्तरों, बीजेपी नेताओं के घरों के सामने प्रदर्शन करेंगे। हालांकि रेलवे सेवाओं पर असर ना डाले जाने की बात कही जा रही है।

आपको बता दे, सर्दी और कोरोना के बावजूद किसान कृषि कानूनों के खिलाफ 17 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर एक-एक कर अब तक 11 किसान दम तोड़ चुके हैं। किसी की जान पेट या सीने में दर्द की वजह से तो किसी की हादसे में गई। सर्दी में आसमान तले बैठे किसान लगातार बीमार पड़ रहे हैं।

30,000 किसान होंगे शामिल

दूसरी ओर पंजाब सात जिलों के लगभग 1,000 गांवों से 1,500 से अधिक वाहन, जिनमें 1,300 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां दिल्ली की ओर आ रही है। किसान मजदूर संघर्ष समिति (KMSC) के अनुसार पंजाब के प्रदर्शनकारियों का एक नया काफिला आ रहा है, जिसके रविवार तक दिल्ली सीमा तक पहुंचने की उम्मीद है। किसान मजदूर संघर्ष समिति (KMSC) का अनुमान है कि काफिले में 1,000 कारों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर लगभग 30,000 प्रदर्शनकारियों आ रहे हैं। वहीं जिला के आलाअधिकारियों ने कहा कि वे प्रदर्शनकारियों और दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों की गिनती नहीं कर रहे। KMSC के प्रेस सचिव बलजिंदर सिंह संधू ने कहा कि नया काफिला लंबे समय तक टिकेगा। हम राशन, रजाई, कपड़े, एलपीजी सिलेंडर, बाल्टियाँ आदि लेकर आ रहे हैं। हमारी ट्रॉलियाँ वाटरप्रूफ शीट्स से ढकी हुई हैं और हम दिल्ली के मौसम के लिए तैयार हैं। आपको बता दें KSMC ही पहला किसान संगठन था जिसने केंद्र की मोदी सरकार के किसान कानूनों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था।

कहां पहुंचेगा ये काफिला?

द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार KSMC के नेताओं ने बताया कि कई समूहों में काफिला दो सप्ताह पहले कोंडली से लगी सीमा पर पहुंचने वाले प्रदर्शनकारियों के पहले समूह की जगह लेगा। रिपोर्ट के अनुसार KMSC के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर पहले से ही लोगों का बड़ा हूजूम है लेकिन हम रास्ता खोज लेंगे। अगर हमें जगह नहीं मिलती है, तो हम जहां भी रुक सकते हैं रुकेंगे। इसके अलावा हम कोंडली में पहले से ही रुके हुए हैं। हम वहां पहले से मौजूद उन लोगों की जगह लेंगे, जो घर लौटेंगे। पन्नू ने कहा कि काफिले में अमृतसर, गुरदासपुर, तरन तारन, जालंधर, होशियारपुर, फिरोजपुर और मोगा के प्रदर्शनकारी हैं। एक-दूसरे के साथ वे राष्ट्रीय राजमार्ग 1 पर लुधियाना स्थित डोरा में लगभग 5 बजे इकट्ठा हुए। वे छोटे समूहों में आगे बढ़ेंगे ताकि राजमार्ग पर भीड़भाड़ न हो।'

पन्नू ने कहा कि काफिला शनिवार दोपहर तक दिल्ली की सीमा पर पहुंचने से पहले हरियाणा के शाहबाद मारकंडा में रुकेगा। यह यात्रा अब रुकेगी नहीं। केंद्र को जून-जुलाई में हमारी बात सुननी चाहिए थी।

फरीदाबाद में 3,500 पुलिसकर्मियों की तैनाती

उधर, किसानों के टोल प्लाजा को घेरने के आह्वान पर फरीदाबाद पुलिस अलर्ट है। आंदोलन की आड़ में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। प्रदर्शन के दौरान लोगों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी। इस दौरान करीब 3,500 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। फरीदाबाद जिले के हर टोल प्लाजा पर एक-एक सहायक पुलिस आयुक्त और संबंधित थाना के पुलिस बल के अलावा रिजर्व पुलिस बल की तैनाती की गई है।

हरियाणा में आंदोलित किसानों ने टोल प्लाजा बंद करने की धमकी दी है। जिसे देखते हुए सभी पांच टोल प्लाजा पर 3500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। ये सभी दंगा-रोधी उपकरण के साथ वहां तैनात किए गए हैं।