जयपुर : जैन मंदिर से चोरी हुई 500 साल पुरानी अष्टधातु की 30 मूर्तियां

प्रदेश की राजधानी में चोरियां लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। इसमें अब चोरों ने जैन मंदिर को निशाना बनाया हैं। जयपुर में घाट की गुणी इलाके में स्थित दिगम्बर जैन मंदिर पार्श्वनाथ (बोहरा जी) में चोरी की बड़ी वारदात हुई। यहां चोर मंदिर के मुख्य दरवाजे का ताला तोड़कर रविवार को देर रात अंदर घुसकर 30 मूर्तियों सहित कई अन्य कीमती सामान चुराया। चोरी हुई मूर्तियां करीब 500 साल पुरानी बताई जा रही है। यह सभी अष्टधातु और पाषाण से बनी हुई थी।

चोरों ने मंदिर के पुजारी के कमरे की बाहर से कुंदी लगा दी। इसके अलावा, मंदिर में ही रह रहीं आर्यिका सुविश्वास मति माताजी के कमरे को भी बाहर से बंद कर दिया। आर्यिका श्री सोमवार अल सुबह जागी। उन्होंने कमरे का दरवाजा खोलना चाहा। तब पता चला कि दरवाजा बाहर से बंद है। इसके बाद उन्होंने पुजारी को आवाज दी। पुजारी ने उठकर देखा तो उसके कमरे के भी कुंदी लगी हुई थी। इसके बाद पुजारी गेट तोड़कर बाहर निकला। बाहर आकर उसने देखा कि मंदिर परिसर में सभी ताले टूटे थे। इसके बाद मंदिर कमेटी को वारदात की सूचना दी।

तब मंदिर कमेटी के पदाधिकारी रमेश बोहरा, पवन बज एवं कमल बज जैन मंदिर पहुंचे। वहां अष्टधातु और पाषाण की 30 जैन प्रतिमाएं, 65 हजार की नकदी, तीन भामंडल और तीन छत्र, प्राचीन यंत्र गायब नजर आए। इसके अलावा दानपात्र के ताले भी टूटे पड़े थे। दो किलो चांदी का सामान भी नहीं मिला। इसके बाद ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस को सूचना दी। यहां मंदिर की छत की ओर जाने वाले रास्ते पर भी रुपए गिरे हुए मिले हैं।

राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन, प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा, अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन परिषद के प्रदेश अध्यक्ष निर्मल गोधा, राजाबाबू गोधा एवं अन्य संस्थाओं के पदाधिकारियों ने इस चोरी पर आक्रोश व्यक्त करते हुए चोरों को शीघ्र पकड़ कर सभी प्रतिमाएं एवं अन्य सामग्री वापस प्राप्त करने तथा जैन मंदिरों की सुरक्षा की राज्य सरकार से मांग की है।