कोरोना देश में, अब तक सामने आए 2640 मामले, 74 की हुई मौत

देश में कोरोना (Coronavirus) के मामलों की संख्या शुक्रवार को 2640 हो गई है। वहीं 74 लोगों की इस वायरस की वायरस की वजह से मौत हो गई है। शुक्रवार को अब तक 98 नए मामले सामने आ चुके है। इनमें उत्तरप्रदेश में 44, राजस्थान में 21, आंध्रप्रदेश में 12, हरियाणा में 8, गुजरात में 7, दिल्ली में 2, साथ ही महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और जम्मू-कश्मीर में 1-1 मरीज मिला है। इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या 2 हजार 657 हो गई है। covid19india.org वेबसाइट के मुताबिक 191 लोग ठीक भी हो गए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 हजार 301 है। इनमें से 2 हजार 88 का इलाज चल रहा है। 156 ठीक हो चुके हैं और 56 लोगों की मौत हो चुकी है।

गुरुवार को सबसे ज्यादा 486 संक्रमित मिले

इससे पहले गुरुवार को देशभर में 486 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यह एक दिन में संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे एक दिन पहले बुधवार को देश में इस सक्रमण के 424 मामले सामने आए थे। इस बीच उत्तरप्रदेश सरकार ने आदेश दिया है कि कोरोना आपदा में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों पर हमला करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी।

ऑपरेशन में लगे जवानों को किया क्वारैंटाइन


निजामुद्दीन में मरकज से तब्लीगी जमात के लोगों को निकालने के ऑपरेशन में लगे जवानों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। इन जवानों की संख्या 14 बताई जा रही है। इन जवानों को कोरोना के संदिग्ध होने की आशंका के मद्देनजर यह ऐहतियाती कदम उठाया गया है। जवान 30 और 31 मार्च को मरकज की इमारत में ठहरे 2 हजार लोगों को निकालने के ऑपरेशन में लगे थे। सरकार ने भी इस पूरे घटनाक्रम पर कड़े कदम उठाए हैं। सरकार ने देश में आए तबलीगी जमात के 960 विदेशी सदस्यों के नाम ब्लैक लिस्ट में डाल दिए हैं। तबलीगी जमात के जिन 960 विदेशी कार्यकर्ताओं के नाम काली सूची में डाले गए हैं, उनमें चार अमेरिकी, नौ ब्रिटिश और छह चीनी नागरिक शामिल हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि 41 देशों के करीब 960 लोगों ने इसमें भाग लिया था। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन सभी के पर्यटक वीजा रद्द कर दिए हैं। वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद जमात के विदेशी सदस्यों में 379 इंडोनेशियाई, 110 बांग्लादेशी, 63 म्यामां के और 33 श्रीलंकाई नागरिक शामिल हैं। इनमें से कुछ के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि तबलीगी जमात के जिन प्रतिनिधियों के नाम काली सूची में डाले गए हैं उनमें 77 किर्गिस्तानी, 75 मलेशियाई, 65 थाई, 12 वियतनामी, सऊदी अरब के नौ और फ्रांस के तीन नागरिक शामिल हैं और उनके वीजा रद्द कर दिए गए हैं।

तबलीगी जमात के 300 से ज्यादा प्रतिनिधि कोविड-19 की जांच में संक्रमित पाए गए जबकि अन्य को विभिन्न पृथक केंद्रों में रखा गया है। निजामुद्दीन मरकज में पिछले महीने हुई एक धार्मिक सभा में कम से कम 9,000 लोगों ने हिस्सा लिया था जिसके बाद इनमें से कई ने धर्म प्रचार कार्य के लिए देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा की। देश में अब तक कोविड-19 के 400 मरीज और 12 मौतें ऐसी हुई हैं जिनका संबंध निजामुद्दीन मरकज से है।

5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट घर की लाइट बंद करें और मोमबत्ती, मोबाइल या दीया जलाएं

लॉकडाउन के बीच जनता का हौसला बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो संदेश के जरिए जनता से एक बार फिर अपील की। शुक्रवार सुबह अपने संदेश में पीएम मोदी ने कहा कि वह इस रविवार यानी 5 अप्रैल को देशवासियों से 9 मिनट चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि रात को नौ बजे, नौ मिनट तक लोग अपने घरों से बाहर आएं और दीया, टॉर्च या मोमबत्ती जलाएं। प्रकाश की इस ताकत से हम कोरोना वायरस के अंधकार को एक साथ आकर मात देंगे। पीएम ने अपील करते हुए कहा कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन ना करें। प्रधानमंत्री ने कहा, 'यदि घर की लाइटें जरूर बंद करेंगे तो तब प्रकाश की उस महाशक्ति का आभास होगा। उस उजाले में हम ये संकल्प करें कि हम अकेले नहीं हैं, कोई भी अकेला नहीं है, 130 करोड़ देशवासी एक कही संकल्प के साथ कृतसंकल्प हैं। इस आयोजन के समय किसी को भी एकत्र नहीं होना है। सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा को कभी भी नहीं लांघना है। कोरोना की चैन तोड़ने का यहीं रामबाण इलाज है। पांच अप्रैल रात 9 बजे कुछ पल अकेले बैठकर मां भारती का स्मरण करिए, 130 करोड़ लोगों का स्मरण कीजिए जो हमें संकट की घड़ी में लड़ने की ताकत देगा।'