नई दिल्ली। आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के प्रमुख नेताओं में से एक मुफ्ती कैसर फारूक की कराची में 'अज्ञात लोगों' ने गोली मारकर हत्या कर दी है। वह एलईटी के संस्थापक सदस्यों में से एक था और 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी सहयोगी था। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के प्रमुख नेताओं में से एक मुफ्ती कैसर फारूक को कराची में अज्ञात लोगों ने गोली मार दी।
कैसर फारूक 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के करीबी सहयोगियों में से एक था। पाकिस्तान के डॉन अखबार ने पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि 30 वर्षीय कैसर फारूक को शनिवार को समानाबाद इलाके में एक धार्मिक संस्थान के पास लक्षित हमले में गोली मार दी गई थी। पीठ में गोली लगने से घायल फारूक को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
देश के एक प्रमुख समाचार पत्र ने खबर दी है कि मुफ्ती कैसर फारूक (30
वर्षीय) को शनिवार को समानाबाद इलाके में एक धार्मिक संस्थान के पास लक्षित
हमले में गोली मार दी गई। खबर में पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा गया है
कि मुफ्ती कैसर को पीठ में गोली लगी है और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां
इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। खबर में कहा गया है कि हमले में दस साल का
एक बच्चा भी घायल हो गया।
मुफ्ती कैसर फारूक की हत्या के
सीसीटीवी फुटेज होने का दावा करने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप
से साझा किए जा रहे हैं। हालांकि, इन वीडियो की सत्यता की आधिकारिक पुष्टि
नहीं की गई है।