उत्तरप्रदेश : वैक्सीनेशन को लेकर सामने आई भारी लापरवाही, पहली डोज कोविडशील्ड तो दूसरी लगा डाली कोवैक्सीन

कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए वैक्सीनेशन के अभियान में तेजी दिखाई जा रही हैं। भारत में अभी प्रमुखता से Covishield और Covaxin लगाई जा रही हैं। वैक्सीन की पहली डोज में जो वैक्सीन लगाई जाती हैं वही वैक्सीन दूसरी डोज में लगाई जाती हैं। लेकिन उत्तरप्रदेश के सिद्धार्थ नगर जिले के बढ़नी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में वैक्सीनेशन को लेकर भारी लापरवाही देखने को मिली जहां 20 लोगों को पहली डोज तो कोविडशील्ड की लगा दी गई लेकिन दूसरी डोज कोवैक्सीन लगाई गई और वैक्सीन का 'कॉकटेल' बन गया। सीएमओ संदीप चौधरी ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है। हालांकि जिन लोगों को वैक्सीन का ‘कॉकटेल’ दिया गया, वो सब ठीक है।

मीडिया से बात करते हुए सिद्धार्थ नगर सीएमओ संदीप चौधरी ने कहा, “वैक्सीन के 'कॉकटेल' की किसी भी प्रकार की गाइडलाइन भारत सरकार की ओर से जारी नहीं की गई है। इसलिए ये मामला लापरवाही का है। किसी भी व्यक्ति को एक ही वैक्सीन के दोनों डोज दिए जाने चाहिए। बढ़नी मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और हमारे वरिष्ठ अधिकारियों ने गांव का दौरा किया। जांच में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिसकी भी गलती होगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा, हमारी टीम ने गांव का दौरा किया था और उन लोगों से बात की, जिन्हें वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज अलग-अलग दी गई। सभी लोग ठीक हैं और फिलहाल उन्हें किसी भी तरह की कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या नहीं है। हालांकि पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।

औदही कला गांव के एक ग्रामीण ने कहा, मुझे 1 अप्रैल को पहली डोज कोविडशील्ड की दी गई जबकि 14 मई को दूसरी डोज कोवैक्सीन की दी गई। किसी ने मुझसे यह नहीं पूछा कि मुझे पहली डोज कौनसी लगी थी। मुझे कोविडशील्ड के बजाय कोवैक्सीन दी गई। मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन डर जरूर है कि मेरे शरीर के भीतर कुछ हो ना जाए। अभी तक कोई भी हमसे पूछताछ करने नहीं आया है। मेरे गांव में 20 लोगों को गलत वैक्सीन दी गई।