जम्मू : 50 रुपये में पहुंचाया गया 15 किलो विस्फोटक से भरा बैग, तबाह हो सकता था पूरा शहर

सुरक्षा बलों ने मंगलवार को जम्मू बस स्टैंड (Jammu Bus Stand) के पास एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। सुरक्षा बलों ने बस स्टैंड के पास एक बस से करीब 15 किलो विस्फोटक (Explosive) से भरा एक बैग बरामद किया था। भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए जाने के की गई जांच में सामने आया कि ये विस्फोटक प्राइवेट बस में कठुआ जिले के बिलावर से मात्र 50 रुपये में जम्मू पहुंचाया गया था। बैग बस के ड्राइवर को एक दंपती ने दिया था। बस के ड्राइवर ने बताया महिला ने कंबल लपेट रखा था और व्यक्ति ने पैजामा कुर्ता पहना हुआ था। महिला ने बस चालक को पचास रुपये दिए और कहा कि यह बैग रख लो। बाड़ी ब्राह्मणा में उनके बच्चे आएंगे और बैग ले जाएंगे। जब बस बाड़ी ब्राह्मणा में आ कर रुकी तो वहां बैग लेने के लिए कोई भी नहीं पहुंचा। दस मिनट तक बस रुकने के बाद वहां से चल पड़ी। इससे पहले बस में सांबा से टीए बटालियन के जवान बैठ चुके थे। जो इस बात की निगरानी कर रहे थे कि इस बैग को लेने कौन आता है। लेकिन कोई नहीं आया। एक-एक कर बस के सभी यात्री जम्मू पहुंचने से पहले ही उतर गए।

जब बस शहर के केसी मोड़ के पास पहुंची तो उस वक्त बस में एक ही यात्री था। तब तक बस में सवार जवानों ने पुलिस को भी सूचित कर दिया था। पुलिस और सेना की टीम ने बस से बैग को बरामद किया और चालक एवं कंडक्टर सहित एक अन्य यात्री को लेकर एसओजी कार्यालय ले जाया गया। बस के चालक की मदद से दोनों के स्केच तैयार किए गए। स्केच कठुआ जिले के सभी थानों और पुलिस चौकियों में भेज दिया गया है। सभी पुलिस कर्मियों को अपने-अपने क्षेत्र में दोनों की तलाश करने में लगाया गया है।

बस स्टैंड के पास से बरामद विस्फोटक शहर में तबाही मचा सकता था। सूत्रों की मानें तो इस विस्फोटक के कठुआ से जम्मू पहुंचने पर धमाके में इस्तेमाल किया जाना था। इसके हैंडलर शहर में बड़े खून खराबे की कोशिश में थे, लेकिन इससे पहले उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया गया। जम्मू सांबा कठुआ रेंज के डीआईजी विवेक गुप्ता का कहना है कि बरामद किया गया विस्फोटक संदिग्ध विस्फोटक है। जिसको जांच के लिए एफएसएल के पास भेजा दिया गया है। अब यह हकीकत में क्या है और कितना प्रभावशाली है, यह रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।

बता दे, जम्मू का बस स्टैंड पहले भी आतंकियों के निशाने रहा है। इस साल 7 मार्च को जम्मू बस स्टैंड पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया था। इस हमले में 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। तब जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मृतकों के करीबी रिश्तेदारों के 5-5 लाख और प्रत्येक घायल को 20,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी।