टोंक : थमने का नाम नहीं ले रहा कोरोना कहर, 142 नए संक्रमितो के सामने ठीक हुए 155 मरीज

गुरुवार को 142 नए पॉजिटिव केस सामने आए जबकि 155 केस रिकवर हुए हैं। अब तक जिले में करीब डेढ लाख तक ​​​​​​सैंपलिंग हो चुकी है। इसमें से अब तक 7395 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। अब तक सबसे अधिक केस अप्रैल माह में सामने आए हैं। अप्रैल में 2644 केस सामने आए, लेकिन जिस रफ्तार से मई में केस सामने आ रहे हैं, उसके हिसाब से इस माह 3 हजार से अधिक केस भी सामने आ सकते हैं। गौरतलब है कि गत वर्ष अप्रैल से दिसंबर तक 3728 पॉजिटिव केस सामने आए थे। इस वर्ष अब तक 3667 केस सामने आ चुके हैं।

जिले में गुरुवार को टोंक शहर में 53, निवाई में 37, मालपुरा में 17, देवली में 12, टोडारायसिंह में 8 व उनियारा में 2 केस सामने आए हैं। गुरुवार को एक मौत की भी चिकित्सा विभाग ने पुष्टी की है। गुरुवार को 1089 सेंपल लिए गए। जिनकी अभी जांच आना बाकी है। जिले के सबसे बड़े सआदत अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में कोरोना के 133 मरीज भर्ती है। इसमें 92 के आक्सीजन लगी हुई है। दो वैंटिलेटर एवं 8 आईसीयू में भर्ती है। 1508 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। जबकि 5699 मरीज रिकवर भी हो चुके हैं।

राजस्थान में कोरोना : 7 लाख के पार हुआ संक्रमितों का आंकड़ा

राजस्थान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कुल संक्रमितों की संख्या गुरुवार को 7 लाख के पार हो गई। यहां पिछले 24 घंटे में गुरुवार को 17,532 नए संक्रमित केस सामने आए। इसके अलावा 16,044 लोग ठीक भी हुए। चिंता की बात यह है कि आज 161 लोगों की कोरोना से जान चली गई। इनमें सबसे ज्यादा मौतें और संक्रमित केस जयपुर में हुए। बता दें कि अब तक प्रदेश में कुल 7,02,568 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट 71% हो गई है। ऐसे में 4.99 लाख लोग रिकवर हो चुके हैं। वहीं, एक्टिवों की संख्या 1.98 लाख हो गई है।

राजस्थान : गहलोत सरकार ने 10 मई से 24 मई तक प्रदेश में लगाया कंप्लीट लॉकडाउन

राजस्‍थान में बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अब सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। इसी के चलते राज्य सरकार ने प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया है। जानकारी के अनुसार 10 मई सुबह 5 बजे से 24 मई तक राज्य में कंप्लीट लॉकडाउन रहेगा। वहीं शादी समाराह पर 31 मई तक पूरी तरह से रोक रहेगी। गृह विभाग ने देर रात इसको लेकर गाइडलाइंस भी जारी कर दी हैं। इसके साथ ही सरकार ने कहा है कि यदि संभव हो तो अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज के साथ कोई भी अटेंडेंट नहीं जाए, और जरूरी होने पर एक ही व्यक्ति को इसकी इजाजत दी जाए। इसके लिए अस्पताल की ओर से पास इश्यू किया जाए। वहीं बड़ी बात ये है कि अब अटेंडेंट को भी 15 दिन के लिए अपने परिवार से आइसोलेट होकर होम क्वारंटाइन में रहना जरूरी होगा।