उठी राजस्थानी को राजभाषा का दर्जा देने की मांग, पूनियां ने कहा - ईं गो संरक्षण अर संवर्धन करणो राज्य सरकार गो फरज है

राजस्थान में हर क्षेत्र की अपनी भाषा और लहजा हैं। लेकिन राजस्थानी भाषा अपनेआप में एक सम्मान हैं। अब राजस्थानी भाषा को राजभाषा का दर्जा देने की मांग उठने लगी हैं जिसे लेकर मंगलवार को भादरा विधायक बलवान पूनियां ने विधानसभा में मुद्दा उठाया। पूनियां ने अपनी बात राजस्थानी भाषा में ही रखी। पूनियां ने कहा कि ‘राजस्थानी राजस्थान प्रदेस गी मातृभासा है अर ईं गो संरक्षण अर संवर्धन करणो राज्य सरकार गो फरज है।’

राजस्थानी मोट्यार परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री सुरेंद्र कुमार स्वामी ने बताया कि राजस्थानी भाषा को प्रदेश की राजभाषा का दर्जा दिए जाने की मांग अब प्रदेशव्यापी हो गई है तथा सभी 33 जिलों के 133 विधायक अब तक इसके लिए सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिख चुके हैं। शेष विधायकों से भी पत्र लिखवाने का सिलसिला जारी है।