राजस्थान : किसानों के लिए खुशियां लेकर आई बारिश, बचेंगे रबी की फसल में एक बार सिंचाई के 100 करोड़ रुपए

राजस्थान में बीते दो दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ हैं। प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश देखने को मिली हैं जो कि रबी की फसल में सिंचाई का काम कर रही हैं। यह बारिश किसानों के लिए खुशियां लेकर आई हैं जिसकी वजह से करीब 2.5 लाख किसानों के 100 करोड़ रुपए बचेंगे। 3 दिन से बारिश का दौर जारी रहने से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। इस बारिश से कुएं और ट्यूबवेलों से की जानी वाली सिंचाई से भी अच्छी प्राकृतिक रूप से सिंचाई हो गई है। इस साल मानसून सीजन में अच्छी बारिश के चलते किसानों ने सरसों की बंपर बुआई की है। सरसों की बुआई टारगेट 2 लाख 55 हजार हेक्टेयर के मुकाबले 2 लाख 75 हजार 360 हेक्टेयर में हो चुकी है। वहीं कुल रबी फसल की बुआई 3 लाख 62 हजार हेक्टेयर से अधिक हो चुकी है।

किसानों के अनुसार एक हेक्टेयर फसल की सिंचाई करने के लिए किसान को करीब 4 से 5 हजार रुपए खर्च करने पड़ते हैं। बीसलपुर बांध की नहरों में पानी नहीं छूटता है, तो जिले के 90 फीसदी किसानों को कुएं या ट्यूबवेल से फसलों की सिंचाई करनी पड़ती हैं। इससे किसानों को करीब 4 हजार रुपए का तो प्रति हेक्टेयर डीजल खर्च हो जाता है। इस तरह से अभी तक बुआई की गई रबी फसल 3 लाख 62 हजार हेक्टेयर की सिंचाई करने पर करीब 1 अरब 44 लाख 80 लाख रुपए का खर्चा आता। अब करीब 35 हजार हेक्टेयर की फसल की सिंचाई बीसलपुर बांध के अलावा अन्य छोटे बड़े बांधों और तालाबों से होगी। फिर भी करीब 100 करोड़ रुपए किसानों के इस मावठ से बच ही जाएंगे।