पिछले पांच दिनों से Indigo की फ्लाइट्स लगातार प्रभावित हो रही हैं और यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह समस्या मुख्य रूप से IROPS (Irregular Operations) नियमों के कड़ाई से लागू होने और एयरलाइन द्वारा अपने क्रू रोस्टर को समय पर अपडेट न करने के कारण बढ़ गई है। 1 दिसंबर से पूरे देश में सख्त IROPS नियम लागू हुए, जिससे FDTL (Flight Duty Time Limitation) की वजह से क्रू की कमी और गंभीर हो गई, और फ्लाइट्स में देरी और रद्द होने की घटनाएं बढ़ गईं।
क्यों सख्त हुए नियम और सेफ्टी का महत्वDGCA के नियमों के अनुसार, कोहरे वाले इलाकों में उड़ान भरने वाले पायलटों के पास विशेष ट्रेनिंग होना अनिवार्य है। केवल वही कमांडर और को-पायलट विमान उड़ा सकते हैं जिन्होंने घने कोहरे में लैंडिंग और टेकऑफ के लिए CAT 2 या CAT 3 ट्रेनिंग प्राप्त की हो। दोनों पायलटों का प्रशिक्षित होना जरूरी है।
यदि किसी भी फ्लाइट में पायलट प्रशिक्षित नहीं है, तो उस फ्लाइट का संचालन नहीं किया जा सकता। यह नियम सुरक्षा को सर्वोपरि रखने के लिए बनाया गया है और विशेष परिस्थितियों में मदद करता है, जैसे कि कोहरे के कारण फ्लाइट में देरी, कैंसलेशन या डायवर्जन। यह विशेष रूप से उन शहरों में लागू होता है जहाँ सुबह और देर रात को कोहरा अधिक होता है
IROPS और कोहरे सेफ्टी का संबंधIndigo के लगभग 70% पायलट CAT 2 और CAT 3 ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं। IROPS नियम लागू होने के बाद, एयरलाइन को अपने रोस्टर में आवश्यक बदलाव करने पड़ते हैं ताकि बिना प्रशिक्षण वाले पायलटों को ऐसे क्षेत्रों में न भेजा जाए जहाँ कोहरा अधिक होता है। 1 दिसंबर से IROPS लागू होने के कारण प्रशिक्षित पायलटों की कमी उत्पन्न हो गई, और यही मुख्य वजह है कि Indigo की उड़ानों में लगातार रुकावटें आ रही हैं।
इस नियम का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और एयरलाइन को भी अपने क्रू प्रबंधन को बेहतर तरीके से करने के लिए मजबूर करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे ही एयरलाइन रोस्टर और क्रू व्यवस्थाओं में सुधार करेगी, फ्लाइट संचालन सामान्य होने लगेगा।