बाली में ज्वालामुखी विस्फोट का असर, दिल्ली से बाली जा रही AI की फ्लाइट को बीच रास्ते से लौटाया

इंडोनेशिया के पूर्वी हिस्से में स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी मंगलवार को अचानक भीषण रूप से फट गया। इस जबरदस्त विस्फोट ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी और प्रशासन को अलर्ट मोड पर ला दिया है। इस खतरनाक विस्फोट के बाद बाली के लिए जाने वाली कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को सुरक्षा कारणों से तत्काल रद्द कर दिया गया। रद्द की गई उड़ानों में एयर इंडिया, सिंगापुर एयरलाइंस, एयर न्यूजीलैंड, जेटस्टार, वर्जिन ऑस्ट्रेलिया और चीन की जुनयाओ एयरलाइंस जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। ज्वालामुखी से निकली घनी राख का विशालकाय बादल 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैल गया, जिससे क्षेत्रीय हवाई यातायात प्रणाली पूरी तरह प्रभावित हो गई है।

एयर इंडिया की फ्लाइट AI2145 आज सुबह दिल्ली से इंडोनेशिया के बाली के लिए रवाना हुई थी, लेकिन अचानक बदले हालात और बढ़ते ज्वालामुखीय खतरे को देखते हुए उड़ान को तत्काल वापस दिल्ली लौटने का निर्देश दिया गया। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कराई गई।

एयर इंडिया ने औपचारिक पुष्टि की है कि फ्लाइट AI2145 के सभी यात्री सुरक्षित रूप से उतारे जा चुके हैं। एयरलाइन ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद जताया है और राहत के तौर पर उन्हें दो विकल्प प्रदान किए हैं— टिकट कैंसिलेशन पर पूर्ण रिफंड या निःशुल्क री-शेड्यूलिंग की सुविधा। इसके अलावा, यात्रियों के ठहराव के लिए होटल सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।

ज्वालामुखी विस्फोट और अलर्ट लेवल का विवरण:

माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी, जो कि पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत के फ्लोरेस द्वीप पर स्थित एक 1,584 मीटर ऊंचा ज्वालामुखी है, मंगलवार शाम 5:35 बजे (स्थानीय समय) विस्फोटित हुआ। इंडोनेशिया की भूगर्भ एजेंसी ने बताया कि इस विस्फोट से 10,000 मीटर तक का घना और गहरा राख का बादल उत्पन्न हुआ, जो दूर-दराज के शहरों से भी देखा जा सकता था। गोबरछत्ते के आकार में फैली राख ने 90-150 किमी दूर तक का इलाका ढक लिया। राहत की बात यह है कि अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, लोगों को भारी वर्षा के कारण बहने वाली लावा से सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है।

बुधवार सुबह ज्वालामुखी ने फिर से 1 किलोमीटर ऊंचा राख का स्तंभ छोड़ा, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। इंडोनेशिया की ज्वालामुखी और भूवैज्ञानिक आपदा न्यूनीकरण केंद्र (PVMBG) ने विमानों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इस चेतावनी में 6,000 मीटर से नीचे उड़ान भरने पर प्रतिबंध लगाया गया है क्योंकि राख से इंजन को भारी नुकसान हो सकता है।

उड़ानें रद्द और हवाई अड्डा संचालन पर असर:

बाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने बुधवार को कम से कम 24 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द करने की घोषणा की है। इनमें भारत, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और चीन की कई प्रमुख उड़ानें शामिल हैं। एयर इंडिया, टाइगरएयर और जेटस्टार की मेलबर्न, सिडनी और पर्थ की उड़ानें भी रद्द की गई हैं। पूर्वी नुसा तेंगारा के मौमेरे स्थित फ्रांसिस्कस ज़ेवियस सेडा हवाई अड्डे को बुधवार से गुरुवार तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। एयरनाव ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल से इस फैसले को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दृष्टि से ज़रूरी बताया है।