रेलवे ने 3 ट्रेनों को 90 दिन के लिए किया रद्द, रोडवेज बस से यात्रियों का खर्च बढ़ा

सर्दियों के आगमन के साथ ही रेल यात्रियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। रेलवे ने हर साल की तरह इस बार भी कोहरे का हवाला देते हुए दिल्ली-बरेली, मुरादाबाद-बरेली और कामाख्या–आनंद विहार टर्मिनल ट्रेन सेवाओं को 1 दिसंबर से 28 फरवरी तक रद्द कर दिया है। इनमें दिल्ली-बरेली पैसेंजर, मुरादाबाद-बरेली पैसेंजर और साप्ताहिक कामाख्या–आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं। पिछले साल भी बरेली–अलीगढ़ पैसेंजर ट्रेन कुछ समय के लिए रद्द रही थी, जिससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा था।

बसों पर निर्भर होगा सफर, बढ़ेगा खर्च

रेलवे के अनुसार, इस बार तीनों ट्रेनों का संचालन पूरी तरह रद्द रहेगा। इससे सबसे अधिक प्रभावित होंगे वे यात्री जो बरेली की ओर जाने के लिए पैसेंजर ट्रेनों पर निर्भर थे। चंदौसी और बरेली के बीच सामान्य टिकट पर यात्रा की सुविधा नहीं रहेगी। जनशताब्दी या अन्य ट्रेनों के लिए पहले से बुकिंग करनी होगी।

बरेली जाने के लिए सीमित बसें

चंदौसी से बरेली जाने के लिए दिन में केवल दो-तीन बसें उपलब्ध हैं, और वह भी सुबह के समय। अन्य समय में यात्रियों को बदायूं होते हुए बरेली पहुंचना पड़ता है, जिससे समय और खर्च दोनों बढ़ जाते हैं। पैसेंजर ट्रेनों की तुलना में रोडवेज बसों के किराए अधिक हैं।

चंदौसी–मुरादाबाद रोडवेज बस का किराया 90 रुपये, बरेली बाय आंवला 126 रुपये, बरेली बाय बदायूं 176 रुपये और अलीगढ़ 175 रुपये है। जबकि पैसेंजर ट्रेनों का किराया क्रमश: 10, 20 और 25 रुपये है। नियमित यात्री पहले भी स्टेशन अधीक्षक और डीआरएम तक ज्ञापन देकर मुरादाबाद–बरेली पैसेंजर को रद्द न करने की मांग कर चुके हैं।

राहत मिलने की उम्मीद कम

स्टेशन अधीक्षक राजू कुमार ने बताया कि पैसेंजर ट्रेनें बंद होने से स्थानीय यात्रियों को काफी दिक्कत होती है। यात्रियों द्वारा ज्ञापन दिए गए हैं, लेकिन राहत मिलने की संभावना कम है। सर्दियों में कोहरे के कारण रेल यातायात प्रभावित होता है, इस वजह से ट्रेनें रद्द की जाती हैं।

सीएमआई वेद प्रकाश ने बताया कि सर्दियों में यात्रियों की संख्या कम हो जाती है। सामान्य दिनों में चंदौसी स्टेशन से प्रतिदिन लगभग तीन हजार टिकट बिकते हैं, जबकि सर्दियों में यह संख्या दो हजार तक गिर जाती है। यह निर्णय मुख्यालय से लिया जाता है, इसलिए मंडल स्तर पर बदलाव की संभावना कम होती है।