बच्चों की परवरिश के दौरान अभिभावकों को कई चीजों पर ध्यान देते हुए उन्हें हर परिस्थिति के लिए तैयार करना होता हैं। बच्चों का मन बहुत साफ और नाजुक होता है। ऐसे में बचपन में कई बार कुछ चीजों के लेकर बच्चों के मन में ऐसा डर घर कर जाता है कि बड़े होने के बाद भी वे इससे उबर नहीं पाते। यदि सही समय पर बच्चे के मन से डर दूर न किया जाए तो ये समस्या उसे उम्र भर परेशान कर सकती हैं। ऐसे में पेरेंट्स को समझदारी से काम लेते हुए बच्चों की स्थिति को समझने की जरूरत हैं और उनके इस डर को दूर करने की जरूरत। आज हम आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं जो आपकी मदद करेंगे। अगर आपका बच्चा भी डर से जूझ रहा है तो यहां बताई जा रही इन बातों का जरूर ध्यान रखें...
डर की वजह को समझेंबच्चे के मन से डर को दूर करने से पहले अभिभावकों को ये समझना होगा कि आखिर उन्हें किस चीज से डर लग रहा है। अक्सर बच्चों को अंधेरे, भूत, बाहरी व्यक्तियों, कुत्ते व अन्य जानवरों से डर लग सकता है। ऐसा तभी होता है जब बच्चे ने इनके द्वारा कुछ गलत या बुरा करते हुए देखा हो या सुना हो। लेकिन कई बार ये बातें सच नहीं होती है। बच्चे के डर को पहचानने से उसके डर को दूर करने में मदद मिलती है।
बात करेंछोटे बच्चों से बातचीत हमेशा करते रहें। किसी भी चीज के डर के बारे में वे आपको तभी बताएंगे जब वह आपके साथ रिलेक्स महसूस करेंगे और ऐसा तभी संभव है जब वह आपके साथ फ्रेंडली हों, इसके लिए बातचीत का सिलसिला जारी रहना चाहिए।
बच्चे पर दबाव न डालेंबच्चे को जिस चीज से डर लगता हो, उसको बार-बार वहीं चीज करने के लिए दबाव न डालें। जैसे अगर आपके बच्चे को अंधेरे से डर लगता है तो उसे बार-बार अंधेरे में जाने के लिए न कहें। उसके मन से डर को दूर होने में समय लगेगा। इसलिए उसे पर्याप्त समय दें और अनावश्यक दबाव न डालें। बच्चों को बार बार दबाव डालने पर उसके मन में तनाव बढ़ सकता है।
मजाक न बनाएंबच्चे अपने डर के बारे में बताए तो उसे गंभीरता से सुनें, अगर आप उसका मजाक बनाएंगे तो वह आपको इस बारे में बताना छोड़ देगा। ऐसी स्थिति में उसका डर पर काबू करना या उसका सामना करना मुश्किल हो जाएगा।
डरावने चित्र या कैरेक्टर न दिखाएंबच्चे को मोबाइल या टीवी पर डरावने कैरेक्टर जैसे - भूत या डरावना कार्टून न दिखाएं। बच्चा जिस तरह के वीडियो देखता है उसी को सच मान लेता है और बाद में वह उन्हीं चीजों से डरने लगता है। कई बार बच्चों को ये भी लगने लगता है कि वह उनके जीवन में भी आ सकते हैं। जिसकी वजह से बच्चा डरने लगता है।
न दिखाएं अंधेरे का डरबच्चों को सबसे ज्यादा डर अंधेरे से लगता है। इसका फायदा उठाते हुए कुछ पैरेंट्स बच्चे को शांत करवाने के लिए या अपनी बात मनवाने के लिए अंधेरे का सहारा लेते हैं, लेकिन ये गलत है। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं, तो तुरंत बंद कर दें। दरअसल इससे बच्चे डर तो जाते हैं, लेकिन उनके मन पर बुरा असर पड़ता है और उनके मन में हमेशा के लिए डर बैठ सकता है।
डॉक्टर की लें मदद
डर की फीलिंग को खत्म करने के लिए अगर आप सबकुछ ट्राइ कर चुके हैं और तब भी इसका असर होता नहीं दिख रहा है तो डॉक्टर की मदद लें। कौन क्या सोचेगा इस बारे में चिंता न करें क्योंकि आपके लिए पहली प्राथमिकता सिर्फ आपका बच्चा ही है।