भले ही दुनिया चाँद पर जा पहुची हो, लेकिन कुछ ऐसे देश आज भी है जिनमे औरत को किसी भी प्रकार की आजादी नहीं है। और उसे इस धरती पर बोझ समझा जाता है। ऐसा ही एक मामला मलेशिया में सामने आया है, यहाँ के मौलवी ने एक फ़तवा जारी किया है जिसमे लिखा हुआ है की महिला चाहे ऊंट पर बैठी हो लेकिन वो अपने पति को सम्भोग के लिए न नहीं कर सकती।
इसका मतलब है की चाहे वो किसी भी हालात में हो वह अपने पति को सम्भोग के लिए मना नहीं कर सकती। वो सिर्फ किसी ख़ास वजह से ही अपने पति को मना कर सकती है। जैसे अगर उस महिला की डिलेवरी हुई हो, या वह मासिक धर्म में हो या फिर उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो। वरना उस महिला को कोई हक़ नहीं है की वो अपने पति को सम्भोग के लिए मना कर सके। क्योंकि मलेशिया में यह माना जाता है की अगर कोई महिला की शादी हो जाती है तो उस पर से उसके पिता का हक़ ख़त्म हो जाता है और तब सिर्फ उसके पति का हक़ रह जाता है उसपर।
इसलिए वह किसी भी हालात में अपने पति को सम्भोग के लिए न नहीं कर सकती जब उसका पति कहेगा तब उसे सम्भोग करना पड़ेगा। उनका कहना है कि शादी के बाद ऐसा करना दुष्कर्म नहीं कहलाता। हालांकि इस ब्यान की अब निंदा की जा रही है। क्या इसे मॉडर्न और विकसित देश कहा जाता है। महिलाओं को अधिकार के नाम पर शोषण का शिकार बनाया जा रहा है।