International Women Day : पुरुषों की इन आदतों से नफरत करती हैं महिलाएं, लाएं इनमें बदलाव

हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। यह दिन को मनाने का उद्देश्य हैं कि हर इंसान महिलाओं का महत्व समझे और उनके त्याग, समर्पण, निष्ठा और काम की सराहना करें। भारत में आज भी कई पुरुष ऐसे हैं जो शादी में खुद का वर्चस्व ऊपर मानते हैं और महिला पार्टनर को उतना महत्व नहीं देते हैं जबकि वह आपके साथ ही आपके पूरे परिवार को संभालने का काम करती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि अपने में बदलाव लाया जाए और उनके काम को महत्व दिया जाए। आज इस कड़ी में हम आपको पुरुषों की उन आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे महिलाएं नफरत करती हैं। इन आदतों को जानकार छोड़ने की कोशिश करें वो ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आपकी तरफ से अपने पार्टनर को बड़ा तोहफा होगा। तो आइये जानते हैं इन आदतों के बारे में...

अपनी पर्सनैलिटी पर गौर करें

ज़रूरी नहीं कि पुरुषों का गुड लुक, परफेक्ट पर्सनैलिटी, उनके विचार और मैनर महिलाओं को एक नजर में ही पसंद आ जाएं। महिलाओं को लगता है कि पुरुष काफी हद तक इन चीजों का दिखावा करते हैं। इसलिए पुरुष जैसे हैं वैसे ही खुद को प्रेजेंट करें। आज के समय में कोई भी महिला अपने पार्टनर को लेकर किसी भी बंधन में बंधे नहीं रहना चाहती। इसलिए जरूरी है कि पुरुष हर वक्त अपने अच्छेपन का गुणगान न करें। उनकी पर्सनैलिटी जैसी है, उसे ही और भी ग्रूम करें। ऐसा करने से महिलाएं खुद ही आकर्षित होंगी।

काम करने की मशीन ना समझें

आमतौर पर शादी के बाद लड़कियों पर घर की जिम्मेदारी डाल दी जाती है। अक्सर पति अपनी पत्नी को काम करने वाली एक मशीन समझने लगते हैं। महिला हाउस वाइफ हो या नौकरी करने वाली फिर भी घर की जिम्मेदारी उसी को दी जाती है। ऐसे में उन्हें नौकरी से फ्री होकर घर संभालना पड़ता है। वही अगर महिला हाउस वाइफ हो तो पति के लिए घर का काम मायने नहीं रखता। ऐसे में उसे लगता है कि पत्नी पूरा दिन घर पर आराम करती है। ऐसे में किसी भी महिला को इस तरह के पुरुष कभी पसंद नहीं आते हैं।

घर-परिवार की जिम्मेदारी साझा करें

भारत में खासतौर पर महिलाओं पर पूरे घर की जिम्मेदारी डाल देते हैं। पुरुषों का मानना होता है कि घर के सभी काम और बच्चों व बड़ों की देखभाल करना सिर्फ महिलाओं का ही फर्ज है। मगर पुरुषों की ऐसी सोच महिलाओं की बिल्कुल भी पसंद नहीं आती है। उनका मानना हैं कि गृहस्थ जीवन में दोनों है। ऐसे में घर-परिवार की जिम्मेदारी भी दोनों ही होनी चाहिए।


बोलने से ज्यादा सुनें

पुरानी बातों और घटनाओं में महिलाएं ज्यादा इंटरेस्ट नहीं लेतीं। वो ऐसी बातों को सुनते वक्त बोर हो जाती हैं। महिलाओं को आकर्षित करने का सबसे आसान तरीका है - खुद शांत रहें और उन्हें बोलने का पूरा मौका दें। पुरुषों का हर वक्त अपने बारे में बात करना महिलाओं को बिल्कुल भी नहीं भाता। साथ ही, उन्हें ऐसे पुरुष भी अच्छे नहीं लगते जो अपनी गलतियों को सुधारते नहीं, उसे दोहराते रहते हैं। किसी के साथ रिलेशन में रहने का मतलब ये नहीं होता कि आप हर वक्त स्मार्टनेस और अपने गुड लुक्स पर ध्यान देते रहें। पार्टनर आपके साथ कम्फर्टेबल हैं या नहीं, ये बात ज्यादा मायने रखती है।

देर से घर ना लौटे

पत्नी पूरा दिन घर का काम करके शाम को पति के आने जॉब से लौटने का इंतजार करती रहती हैं। वे भी पति के साथ कुछ पल एक साथ बीताना पसंद करती हैं। मगर कई बार पति के काम में बिजी होने से वे देर रात घर लौटता है। ऐसे में पत्नी की एकसाथ टाइम स्पेंड करने की इच्छा अधूरी रह जाती है। कई बार तो पति बाहर से ही डिनर कर आता है और पति उसके इंतजार में भूखी रह जाती है। ऐसे में पुरुषों की इन आदतों से महिलाएं अक्सर परेशान रहती हैं। इसके साथ ही वे उनकी ऐसी आदत को बिल्कुल भी सहन नहीं कर पाती हैं।

काम में लापरवाही ना करें

आमतौर पर पुरुष काम को लेकर लापवाह होते हैं। वे सोचते हैं कि उनकी पत्नी उनके हिस्से का काम कर ही लेगी। ऐसे में वे अक्सर सब्जी न लाना, गीला तौलिया बिस्तर पर छोड़ देना, पत्नी के बाद बिस्तर से उठने पर भी चादर सही ना करना, बच्चे की पढ़ाई में मदद न करना आदि काम करते हैं। मगर महिलाओं को पुरुषों की ऐसी आदतें बिल्कुल भी पसंद नहीं आती हैं। ऐसे में वे कई बार शादीशुदा जिंदगी में खुद को कैद भी समझने लगती हैं।