जब आ जाए रिश्ता टूटने की नौबत, इस तरह समझदारी से ले काम

कहा जाता है कि रिलेशनशिप एक नाजुक डोर होती हैं जो विश्वास और भरोसे के दम पर टिकी रहती हैं। लेकिन कभीकभार हालात कुछ इस तरह के हो जाते है कि आप चाहकर भी अपने रिश्ते को नहीं बचा पाते हैं और रिश्ता टूटने की कगार पर आ खड़ा होता हैं। ऐसे में व्यक्ति को समझदारी से काम लेने की जरूरत होती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने टूटे रिश्ते को फिर से जोड़ने में कामयाब हो सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।

* दिमाग से फैसला करें

जरूरत से ज्यादा जज्बाती इंसान कई बार अपना नुकसान कर बैठता है। सिर्फ भावनाओं के वशीभूत होकर कोई फैसला न करें। दिल और दिमाग के बीच सही संतुलन बनाए रखना जरूरी है। अगर हालात ने आपको अलग कर दिया था। या फिर किसी भटकाव के चलते आपकी राहें जुदा हो गयीं थीं और अब आप दोनों अपनी भूल स्वीकार कर आगे बढ़ने को तैयार हैं, तो फिर एक मौका देने में कोई गुरेज नहीं।

* मिलकर करें कोशिश

अगर आप आगे बढ़ना ही चाहते हैं, तो पहली शर्त यह है बीती बातों को भूलना होगा। एक दूजे पर दोषारोपण करने से बचना चाहिए। अपने पूर्वाग्रहों को छोड़ रिश्ते का ताना-बाना फिर नए सिरे से बुनना होगा। कई बार दूरियां किसी की कीमत का बहुत गहरा अंदाजा करा देती हैं। ऐसे में आपको चाहिए कि एक दूजे के साथ की कद्र करें और मिलकर अपने रिश्ते को मजबूत बनाने की कोशिश करें।

* झूठ नहीं सच बोलें

झूठ किसी भी रिश्ते को दीमक की तरह चाट जाता है। इसलिए अपने रिश्ते में झूठ का सहारा कभी न लें। सच बोलें और अपने साथ के साथ पूरी ईमानदारी से व्यवहार करें।

* प्यार में कोई बड़ा छोटा नहीं होता

समानता की भूमि पर ही प्यार के फूल खिलते हैं। प्यार में ऊंच नीच की कोई जगह नहीं। न ही गलती तेरी या मेरी की। कभी भी अपने साथी को किसी बात पर नीचा दिखाने की कोशिश न करें। आपस में एक दूजे का साथ देने से ही रिश्ता आगे बढ़ता है। आपके सम्बन्ध में जो पुराना आकर्षण आपको महसूस होता था उसे वापस लौटाने की कोशिश करें। डेट पर जाएं, उपहारों का आदान-प्रदान करें, एक दूसरे से प्यार याचना करें, एक दूसरे के लिए खुद को सजाएं-संवारें और तारीफ करें। मिलजुलकर कोई हॉबी या दूसरा कार्य करने से सम्बन्ध को नई मज़बूती मिलती है।