हर रिलेशनशिप की अपनी एक अलग कहानी होती हैं जहां दोनों पार्टनर्स का व्यवहार उनके रिश्ते को बनाने और बिगाड़ने का काम करता हैं। हर रिलेशनशिप में छोटी-मोटी बात पर कहासुनी और नोंकझोंक तो होती ही रहती हैं। इस विवाद में आपको संयम बरतने और विचार करने की जरूरत होती हैं कि स्थिति को कैसे हैंडल किया जाए। पार्टनर से कहासुनी में लड़ने की बजाय इस दौरान उन्हें समझाने की जरूरत होती हैं ताकि रिश्ते में मधुरता बनी रहे। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह पार्टनर को समझाया जाए और अपने रिश्ते में दरार पड़ने से बचाई जाए।
तुरंत रिएक्ट न करेंअगर आपके पार्टनर से आपसे कोई ऐसी बात कह दी है, जो आपको बुरी लगी है, तो इस पर तुरंत रिएक्ट न करें। ध्यान रखें कि कई बार गुस्से में कही गई बात बेमतलब या बेमानी होती है और सिर्फ सामने वाले को चुप कराने या नीचा दिखाने के उद्देश्य से कही जाती है। इसलिए अगर आप तुरंत ऐसी बातों पर रिएक्ट करेंगे, तो हो सकता है कि बात ज्यादा उलझ जाए। इसलिए आपको सही समय का इंतजार करना चाहिए। ज्यादातर मामलों में ऐसा होता है कि इस इंतजार के बीच ही आपके पार्टनर को उसकी गलती का एहसास हो जाता है। ऐसे में आपके लिए उनके मन में इज्जत बढ़ जाती है।
आराम से बैठकर बात करेंध्यान रखें कि छोटे-मोटे झगड़े हर रिश्ते में होते हैं। संभव है आपका भी ये पहला झगड़ा न हो। हमें जो बात एक समय बहुत बड़ी बहुत बुरी लगती है, हफ्ते-दस दिन बाद वो याद भी नहीं रह जाती है। इसलिए रिश्ते को बचाए रखना आपका पहला कर्तव्य होना चाहिए। इसके लिए आपको जो बात बुरी लगी है, उसे पार्टनर को बताना तो जरूरी है, लेकिन तुरंत नहीं, बल्कि थोड़े समय बाद, जब माहौल थोड़ा शांत हो जाए। आपको पार्टनर के साथ आराम से बैठकर बात करनी चाहिए, ताकि वो आपकी भावनाओं को समझ सकें।
लिखकर समझाना है ज्यादा आसानकई बार हम बोलकर जो कुछ नहीं समझा सकते हैं, उसे लिखकर बताना ज्यादा आसान होता है। लिखी गई बात का प्रभाव भी कई गई बात से ज्यादा पड़ता है। इसलिए अगर आपको पार्टनर की कोई बात बुरी लगी है, तो उसे एक साइलेंट नोट लिखें। इस नोट में अपने दिल की भावनाएं, बुरी लगने वाली बात और अपनी सफाई में कुछ बातें लिखें। इस नोट को पार्टनर के पास ऐसे समय पर पहुंचाएं जब आप उनके साथ न हों। इससे पार्टनर को गलती का एहसास जल्दी हो जाएगा।
कोई समस्या हो, तो टालें नहींहर घर में छोटी-मोटी परेशानियां और समस्याएं लगी रहती हैं और कभी-कभार पार्टनर से या परिवार के अन्य सदस्यों से झगड़े-बहस आदि भी होती रहती हैं। मगर अगर आप अपनी जिंदगी को खुशहाल रखना चाहते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि झगड़ों या समस्याओं को टालें नहीं, ताकि एक ही मुद्दे पर बार-बार बहस या झगड़ा न हो। आपके या घर के अन्य सदस्यों के साथ आपके पार्टनर का जो भी इश्यू सामने आता है, उसे इसी समय निपटाएं, ताकि बाद में उस समस्या की जड़ रह न जाए।
माफी मांगे तो पार्टनर को माफ कर देंकई बार कुछ बातें ऐसी होती हैं, जो आपको बहुत ज्यादा हर्ट करती हैं। लेकिन याद रखें कि कोई भी बात आपके रिश्ते से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं हो सकती है। इसलिए गलती से कही गई बात के लिए अपना रिश्ता न तोड़ें या खराब करें। अगर पार्टनर आपसे अपनी गलती की माफी मांगता है, तो उसे तुरंत माफ कर दें। इस माफी के एवज में आप उनसे अपना कोई काम करवा सकते हैं या कोई छोटा सा गिफ्ट मांग सकते हैं। ऐसा करने से अगली बार वही गलती दोहराने की संभावना कम रहती है।
बिस्तर पर जाने से पहले झगड़े सुलझा लेंदिन के सभी झगड़ों को आपको बिस्तर पर जाने से पहले ही निपटा लेना चाहिए। इसका एक बड़ा कारण तो यह है कि अगर आप और आपके पार्टनर एक साथ सोते हैं तो गुस्से और अनबन के कारण संभव है कि आपको नींद न आए। और दूसरा कि जब आप दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा होता है और बाद में पार्टनर को उसकी गलती का एहसास होता है, तो वो इमोशनली आपसे ज्यादा कनेक्ट होते हैं। इसलिए बिस्तर पर जाने से मुद्दों को सुलझाएं।