हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई-लिखाई हो या किसी भी तरह की एक्टिविटी उसमें हमेशा आगे रहे और बढ़-चढ़कर उसमें हिस्सा लें। लेकिन इसका मतलब यह नहीं हैं कि उनपर हमेशा सबसे आगे रहने का दबाव डाला जाए। हांलाकि आप बच्चों को मोटिवेट कर सकते हैं ताकि वे और अच्छा परफॉर्म करें। ऐसे में यह बहुत मायने रखता हैं कि आप अपने बच्चों के सामने क्या बात कर रहे हैं या उन्हें क्या बोल रहे हैं। इसका बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको अपने बच्चों से हर दिन कहनी चाहिए। इन बातों से बच्चों को मोटिवेशन मिलता है और मुश्किल स्थितियों को अच्छे से हैंडल कर पाने में मदद मिलती हैं। आइये जाने इन बातों के बारे में...
आई लव यूआई लव यू एक मैजिकल वर्ड है, जो आपको अपने बच्चों से रोजाना कहना चाहिए। ऐसा कहने से बच्चों को हमेशा वांटेड फील होगा। उनके मन में यह बातें बैठ जाएंगी कि आप उनके लिए हर एक परिस्थिति में तैयार हैं। साथ ही रोजाना बच्चों को आई लव यू कहने से उनके मन में यह बात बैठ जाएगी कि आप उनसे काफी ज्यादा करते हैं। कुछ बच्चों के मन में यह धारणा रहती है कि उनके माता-पिता उनसे प्यार नहीं करते हैं, यह धारण काफी गलत है। ऐसे में रोजाना बच्चों को आई लव यू जरूर कहें।
मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूंबढ़ती उम्र में बच्चे अक्सर खुद को अकेला महसूस करने लगते हैं। ऐसे में जब आप कठिन समय में उनसे कहेंगे कि आप हर कदम पर उनके साथ हैं, उन्हें हिम्मत और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
तुम बहुत अच्छे होइसकी जगह आप कोई भी शब्द रख लें, जैसे तुम गणित में अच्छे हो, तुम बहुत मेहनती हो, तुम बहुत तेज लर्नर हो। कृपया ध्यान दें किसी हालात में नकारात्मक शब्द इस्तेमाल ना करें। रोज पॉजीटिव शब्द सुनकर बच्चे के अंतर्मन में उसी तरह के बदलाव आते हैं।
बच्चों से मांगे रायअक्सर माता-पिता का मनना होता है कि बच्चों को अनुभव नहीं होता है। इसलिए वे हर एक चीज को गलत कर देते हैं। अगर आप भी ऐसा मानते हैं, तो इससे आपके बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए बच्चों के सामने कोई भी फैसला लेने से पहले उनकी राय जरूर पूछें। ऐसा करने से बच्चों को अपनी अहमियत का अंदाजा होगा।
तुम कर सकते होअपने बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने से लेकर लक्ष्य को पाने में मदद करने के लिए उससे समय-समय पर ये कहते रहें कि 'तुम ये काम कर सकते हो'। जब बच्चे का मन किसी असफलता के बाद उदास हो जाए, तो उसे हिम्मत देते हुए ये जरूर कहें कि उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है।
सॉरी एंड थैंक्यूसॉरी और थैंक्यू जैसे शब्द सिर्फ बड़ों के लिए ही मायने नहीं रखते बल्कि बच्चों के लिए भी मायने रखते हैं। वो आप को देखकर ही सीख रहे होते हैं। जब आप सॉरी कहते हैं तो बच्चे सीखते हैं कि गलती पर माफी मांगकर आगे बढ़ना चाहिए। इसी तरह काम करने के बदले थैंक्यू कहने से आप बच्चे को अच्छे संस्कार सिखा रहे होते हैं, जो उनके जीवन में काम आएगा।
मुझे तुम पर गर्व हैआपका बच्चा बड़ा काम करें या छोटा काम, उससे हमेशा कहें कि आपको उस पर गर्व है। अगर वो किसी काम में असफल भी हो जाता है तो यह सोचें कि कम से कम उसने वो काम करने की ईमानदार कोशिश तो की है। आपके प्यार से कहे ये शब्द उसे उसकी असफलताओं से विचलित होने से रोक देंगे।
फिर क्या हुआकभी-कभी आप अपने बच्चों की बातों में इंट्रेस्ट नहीं लेते हैं, जिसका असर आपके बच्चों पर काफी ज्यादा पड़ता है। ऐसे में बच्चे आगे कुछ भी कहने से घबराते हैं। इसलिए जब भी आपका बच्चा आपसे बाते करने आए, तो उनसे आगे क्या हुआ जरूर पूछें। ऐसा करने से उन्हें लगेगा कि आप उनकी बातों में इंट्रेस्ट ले रहे हैं।