Teachers Day : शिक्षक के प्रति कुछ ऐसे विचार थे कलाम साहब के, आइये जानें

5 सितम्बर का दिन पूरे देश में 'शिक्षक दिवस' के रूप में मनाया जाता हैं। यह दिन शिक्षक के सम्मान और समाज में उनकी महत्ता को दर्शाता हैं। हांलाकि एक शिक्षक का सम्मान तो हमेशा ही करना चाहिए, लेकिन इस दिन उस सम्मान को जाहिर करने के तौर पर शिक्षकों को भेंट दी जाती हैं। एक शिक्षक हामरे समाज में बहुत ऊँचा स्थान रखता हैं। आज हम आपको हमारे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के उन विचारों को बताने जा रहे हैं, जो उन्होंने एक शिक्षक के प्रति प्रकट किए हैं। तो आइये जानते हैं अब्दुल कलाम के उन विचारों को।

* अगर किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त और सुंदर मन वाले लोगों का देश बनाना है तो मेरा दृढ़ता पूर्वक मानना है, कि समाज के तीन प्रमुख सदस्य ऐसा कर सकते हैं पिता, माता और गुरू।

* शिक्षक का शिक्षण इस प्रकार होना चाहिए कि वे बच्चों में से सर्वश्रेष्ठ को बाहर ला सकें और इसके लिए उन्हें एक महान शिक्षक होना पड़ेगा।

* शिक्षक सुंदर मस्तिष्क का सृजन करते हैं। सुंदर मन सृजनात्मक होते हैं और बहुत बार अदम्य भावना से परिपूर्ण होते हैं।

* मेरा मानना है कि दुनिया में समाज के लिए शिक्षक से अधिक महत्वपूर्ण और कोई पेशा नहीं है।

* शिक्षक किसी भी देश की रीढ़ होते हैं, वो ऐसे स्तंभ होते हैं जिन पर पूरे समाज की आकांक्षाओं को हकीकत में परिवर्तित करने का भार होता है।