तनावभरी जिंदगी में कम हो रही याददाश्त, बढ़ाने के लिए इन सरल उपायों की लें मदद

दौड़ती-भागती तनावपूर्ण जिंदगी में किसी भी बात को याद रखना बड़ा मुश्किल हो गया है। कई बार जरूरी बातें भी दिमाग में नहीं टिकतीं। मनुष्य की स्मरण शक्ति, मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। मस्तिष्क किसी घटना (जिसका हम अनुभव कर रहे होते हैं) से जुड़े विशेष पैटर्न में संकेत भेजता है और हमारे न्यूरॉन्स के बीच कनेक्शन बनाता है, जिन्हें synapses कहा जाता है। अपनी स्मरण शक्ति बढ़ाने और इन synapses को मजबूत करने के बहुत सारे उपाय हैं…

खानपान पर ध्यान दें

‘‘बादाम, अखरोट, ब्लूबेरीज़ और पालक व डिल जैसी हरी पत्तियों वाली सब्ज़ियां-कोई भी वह पदार्थ, जो ओमेगा-३ फ़ैटी ऐसिड्स से भरपूर है, आपकी याददाश्त के लिए अच्छा है,’’ कहना है मुंबई की न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. शारदा अग्रवाल का। ‘‘इन चीज़ों को अपने भोजन में ज़रूर शामिल करें।’’ द न्यू इंग्लैंड जनरल ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार, ऐसी महिलाएं जो रोज़ाना सीमित मात्रा में (एक) अल्कोहल ड्रिंक लेती हैं, उनकी भूलने की क्षमता ड्रिंक्स न लेने वाली और ज़रूरत से ज़्यादा ड्रिंक्स लेने वाली महिलाओं की तुलना में 20 प्रतिशत तक कम होती है।


पर्याप्त नींद लें

जरनल स्लीप मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक़, जो लोग नियमित रूप से नींद लेते हैं, उनकी याददाश्त बेहतर होती है। डॉक्टर्स रोज़ाना तक़रीबन सात से नौ घंटे की नींद लेने की वक़ालत करते हैं। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के स्लीप एक्सपर्ट डॉ. रॉबर्ट स्टिकगोल्ड कहते हैं,‘‘नींद हमारे दिमाग़ के लिए वह विशेष समय है, जब मस्तिष्क हमारी यादों में वापस जाता है और इस बात का निर्णय लेता है कि इसमें से क्या याद रखना है और क्या नहीं। नींद के दौरान कुछ चीज़ों की यादें मज़बूत हो जाती हैं।’’


सक्रिय रहें

जिम जाएं, जॉगिंग करें या फिर स्विमिंग करें; कहने का अर्थ यह है कि सप्ताह में तीन दिन 30 मिनट की एक्सरसाइज़ करें। ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर पीटर स्निडर के अनुसार, हार्ट रेट के बढ़ने से हमारे मस्तिष्क में ख़ून का प्रवाह बढ़ता है, जिससे हिप्पोकैम्पस (मस्तिष्क का वह हिस्सा, जो यादों को स्टोर करने में अहम भूमिका निभाता है) का आकार बढ़ता है और उन प्रोटीन्स का स्राव बढ़ता है, जो लंबी याददाश्त के लिए ज़रूरी हैं। प्राणायाम, गहरी सांसें लेना और योग भी ध्यान बढ़ाने और याददाश्त को बेहतर बनाने में सहायक हैं।


चुनौती स्वीकार करें

हर सुबह सूडोकू हल करें या फिर क्रॉसवर्ड भरें। या फिर क्विज़अप जैसे ऐप्स डाउनलोड करें, जो आपके मस्तिष्क को चुनौती दें। अपनी याददाश्त के स्तर को आंकने के लिए ऑनलाइन टेस्ट्स दें। webMD.com ने एक सामान्य-सा टेस्ट बनाया है, जो आप ख़ुद ही कर सकते हैं। 10 चीज़ों की सूची बनाएं और उसे दो मिनट तक पढ़ें। फिर कुछ और करते हुए अपना ध्यान हटा लें-मेल्स पढ़ें, लोगों से बातचीत करें या अख़बार पढ़ें। 20 मिनट के बाद उस सूची को किसी भी क्रम में लिखें।


कुछ व्यायाम

1. नामों को दोहराएं। उदाहरणार्थ, जब एक नई कलीग ख़ुद को आप से नेहा के रूप में परिचय कराए तो कहें,‘हेलो नेहा।’ फिर जब बातचीत ख़त्म हो तो कहें,‘तुमसे मिलकर अच्छा लगा नेहा।’

2. घर से निकलते वक़्त पड़ोसी के कपड़ों के छोटे-छोटे विवरणों (रंग, प्रिंट आदि) को या फिर उस टैक्सी का नंबर ध्यान रखें, जो आपने ऑफ़िस आते समय ली थी। इन सूचनाओं को दिन के अंत में फिर से याद करने की कोशिश करें।

3. कुछ अलग-सी चीज़ों के ज़रिए याद रखने की कोशिश करें, जैसे-अपनी घड़ी को बाईं कलाई पर पहनने के बजाय इसे दाईं कलाई पर पहनें और उस काम को ध्यान में रखें, जो आपको करना है। हर बार जब आप ग़लत हाथ पर घड़ी देखेंगे, आपको उस काम की याद आएगी।