बच्चों का अँधेरे से डर बनता है पेरेंट्स की परेशानी, इन तरीकों से करें इसे दूर

अक्सर आपने देखा होगा कि बच्चे रात के अँधेरे में अकेले कहीं जाने से डरते हैं। यहाँ तक कि कई बच्चे तो दिन के समय में भी ऐसी जगह नहीं जाते है जहां अँधेरा होता हैं। बच्चों का अँधेरे से यह डर उनके पेरेंट्स के लिए चिंता का विषय बनता हैं। हर पेरेंट्स अपने बच्चों को निडर बनाना चाहते हैं। इसके लिए पेरेंट्स को जरूरत होती हैं कुछ ऐसे तरीकों को अपनाने की जो उनके अँधेरे के डर को दूर कर सके। आज हम आपके लिए कुछ ऐसे ही टिप्स लेकर आए हैं जो इस परेशानी को दूर कर सकते हैं।

- अपने बच्चे को दिखाएँ कि उनके कमरे में अंधेरे में बिल्कुल वैसा ही लगता है जैसा रौशनी में। आप उनके साथ उनके बिस्तर पर बैठकर लाइट जला कर और बंद कर के ऐसा कर सकते हैं।

- एक धीमा होने वाला स्विच खरीदें। हर रात, पूरा अंधेरा होने तक लाइट को थोड़ा-थोड़ा धीमा करते रहें। आपके बच्चे के अन्दर और अधिक आत्मविश्वास जगेगा और अंततः वह अपने आप लाइट बंद करेगा।

- अपने बच्चे के बेडरूम में नाइट लाइट लगायें। नाइट लाइट पर्याप्त प्रकाश देती है, जिसमें आपके बच्चे ज्यादा सुकून महसूस करेंगे।

- अपने बच्चे से पूछें कि वे अंधेरे में क्या सोचते हैं और कैसा महसूस करते हैं। उनको उनकी डर और चिंताओं से भय मुक्त कराते रहें।

- हॉल की लाइट और दरवाजे खुले रखने की कोशिश करें, जिससे उनके कमरे में रौशनी आती रहे। अपने बच्चे के सोने के बाद आप लाइट बंद कर सकते हैं।

- लाइट बंद करके अंधेरे में अपने बच्चे के साथ बैठें। उनके साथ तब तक रहें जब तक उनकी आँखें अंधेरे में समायोजित न हो जाएं और वे ये समझ जाएं कि वे अंधेरे में भी चीजों को देख सकते है।