प्रेग्नेंट पार्टनर चाहता है आपका साथ, इस तरह कराएँ उन्हें अपनी मौजूदगी का अहसास

हर शादीशुदा जोड़े की जिंदगी में एक ऐसा समय आता हैं जब उनकी बीच कोई तीसरा नन्हा मेहमान आने वाला होता हैं। इस नन्हे मेहमान के आने की खुशी दोनों पार्टनर के चहरे पर साफ़ झलकती हैं। हांलाकि प्रेगनेंसी में शारीरिक बदलाव महिलाओं में ही आते हैं लेकिन पुरुषों को भी अपने मानसिकता में बदलाव लाने की जरूरत होती हैं। जी हाँ, यह ऐसा समय होता हैं जब महिला को सबसे ज्यादा जरूरत अपने पार्टनर की होती हैं जो अपनी मौजूदगी के चलते अपने प्यार का अहसास कराएँ। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप अपनी प्रेग्नेंट पार्टनर को अपनी मौजूदगी का अहसास करा पाएँगे।

धैर्य रखें और उनकी भावनाओं को समझने की कोशिश करें
प्रेगनेंसी के दौरान एस्ट्रोजन के अधिक स्रावित होने के कारण उनके हार्मोन्स में बहुत ज्यादा बदलाव आते हैं। इसकी वजह से आपको महसूस होगा कि वो कई बार बिना किसी कारण के बहुत ज्यादा इमोशनल हो जाती हैं। वो अपने मुताबिक अच्छा करने की कोशिश कर रही हैं। उनके बदलते व्यवहार के लिए उनपर नाराज होने के बजाय आपको धैर्य से काम लेना होगा। उन्हें ये एहसास कराएं कि इन सब बातों के लिए आप उन्हें कभी जज नहीं करेंगे। उनकी भावनाओं को आहत करने वाले काम ना करें।

बेबी ही नहीं, मां की जरूरतों को भी पूरा करने पर ध्यान दें
याद रखें कि यहां सिर्फ बच्चे की बात नहीं है। यहां मां को भी पूरी देखभाल की जरूरत है। जब होने वाला बच्चा फोकस में आता है तब मां का ख्याल मन से उतर जाता है। ये अच्छी बात है कि गर्भ में पल रहे बच्चे की जरूरतों को पूरा करने में आप कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं लेकिन ऐसे समय में आपको अपनी पार्टनर को भी नहीं भूलना चाहिए। उनकी अहमियत भी उतनी ही ज्यादा है। आप ये सुनिश्चित करें कि उनकी देखभाल में कोई कमी नहीं आयी हो।

डॉक्टर के अपॉइंटमेंट में उनके साथ जाएं
कोई भी महिला प्रेगनेंसी का भार अकेले नहीं उठाना चाहती है। गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर के पास जाना एक अहम काम होता है लेकिन आपने कभी उनके साथ जाने के बारे में नहीं सोचा होगा, यदि आप ऐसा करेंगे तो ये उन्हें काफी राहत देगा। उन्हें मानसिक सुकून मिलेगा कि आप सच में उनके साथ हैं। याद रखें कि डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट को लेकर हर बार मन में थोड़ा डर बना रहता है। आपको पहले से ये नहीं पता होता है कि वहां क्या होने वाला है। मगर आपकी पार्टनर किसी भी स्थिति का सामना बस आपके हाथों को थामे कर सकती है। आप वहां मौजूद रहकर प्रेगनेंसी में होने वाले बदलावों के बारे में भी सीख सकते हैं। आप अपनी पार्टनर और बच्चे की सेहत से जुड़ी किसी भी तरह की शंका को दूर करने के लिए सवाल पूछ सकते हैं।

प्रेगनेंसी का जश्न मनाएं
अंत में, आप उनके साथ गर्भावस्था के इस दौर को सेलिब्रेट करें। वो बहुत ज्यादा प्रेशर और स्ट्रेस में है। आपको ये उन्हें बताना होगा कि भले ही अभी वो मुश्किल वक्त से गुजर रही हैं लेकिन इस पड़ाव को भी आप दोनों मिलकर पूरा कर लेंगे। उन्हें खुश रहने की वजह दें।